DISTRICT EDUCATION OFFICER EAST CHAMPARAN BAAT KO KEYON TAAL GAYE?
बिहार के पुरबी चंपारण में SHIKCHAK बहाली २००६ में भरी घोटाले की खबर आला अधिकारिओं को होने के बावजूद आला अधिकारी कराई करने से कतरा रहे हैं ,ऐसा वे
क्यों कररहे? जनता के बीच इस पे तरह तरह के चर्चो का बाजार गरम हो गया है,DEO मोतिहारी से इस सम्बन्ध में बात करने की कोशिश की गई तो बहाना बाजी करके निकल गए और फ़ोन काट दिए,सवाल पैदा होता है के आला अधिकारी जाँच से कतरा क्यों रहे ?क्या सरकार का उनपर दबाव है?
बताया जाता है के पुरबी चंपारण के कल्यानपुर पर्खंड के बांसघाट पंचायत,भुवन छपरा पंचायत,मणि छपरा पंचायतों में बरे पैमाने पर गर्बरी हुई थी,यहाँ कुछ उदहारण पेश है जिस रेहाना खातून का मणि छपरा पंचायत में 64 पर्तिशत मार्क्स तथा उम्र २६.१ .७६ दर्ज है उसी रेहाना खातून का बांसघाट पंचायत में उम्र ५.६.८३. और मार्क्स ८२.७५ है उसी परकार मोहम्मद नसीम अहमद को भुवन छपरा पंचायत में ८४.३ पर्तिशत तो दूसरी तरफ बांसघाट पंचायत में इनका मार्क्स ८५.०१ पर्तिशत हो कैसे गया लोग ताज्जुब करने के साथ सरकार को कोस रहे है,.यहाँ एक और बात सामने आरही है के बांस घात पंचायत में बहाल MD नसीम अहमद की बहाली सामान्य कोटे से आने के बावजूद किसी महिला वह अति पिछ्री जाती के कोटे पर हुई थी ,साथ मास्टर नसीम के बारे में कहा जरह है के इन्होने मदरसा बोर्ड और स्कूल BSEB से एक ही समय में रेगुलर मोड़े में किया.उप्रोप्क्त जिला के तिरहुत हाई स्कूल में इनके बारे में रिकॉर्ड को खंगाला जासकता है.
वैसे खबर है के लोगो उपरोक्त पंचायतो में SHIKCHAK बन्ने के लिए तमाम तरह की जालसाजी किये सूत्रों के अनुसार मेधा सूची और विभिन्न बोअर्ड्स और कौंसिल्स को भेजे गए पर्मान्पत्रों की जांच की जाये तो और कई चीजें सामने आयेंगी पर करेगा कौन ,क्यों के जब इस सम्बन्ध में DEO मोतिहारी से बात की गयी बहाना बाजी करके निकल गए कहने लगे की हमारे समय का मामला नहीं है? जरा अंदाजा लगाइए आखिर DEO के कतराने के पीछे राज क्या है?
क्यों कररहे? जनता के बीच इस पे तरह तरह के चर्चो का बाजार गरम हो गया है,DEO मोतिहारी से इस सम्बन्ध में बात करने की कोशिश की गई तो बहाना बाजी करके निकल गए और फ़ोन काट दिए,सवाल पैदा होता है के आला अधिकारी जाँच से कतरा क्यों रहे ?क्या सरकार का उनपर दबाव है?
बताया जाता है के पुरबी चंपारण के कल्यानपुर पर्खंड के बांसघाट पंचायत,भुवन छपरा पंचायत,मणि छपरा पंचायतों में बरे पैमाने पर गर्बरी हुई थी,यहाँ कुछ उदहारण पेश है जिस रेहाना खातून का मणि छपरा पंचायत में 64 पर्तिशत मार्क्स तथा उम्र २६.१ .७६ दर्ज है उसी रेहाना खातून का बांसघाट पंचायत में उम्र ५.६.८३. और मार्क्स ८२.७५ है उसी परकार मोहम्मद नसीम अहमद को भुवन छपरा पंचायत में ८४.३ पर्तिशत तो दूसरी तरफ बांसघाट पंचायत में इनका मार्क्स ८५.०१ पर्तिशत हो कैसे गया लोग ताज्जुब करने के साथ सरकार को कोस रहे है,.यहाँ एक और बात सामने आरही है के बांस घात पंचायत में बहाल MD नसीम अहमद की बहाली सामान्य कोटे से आने के बावजूद किसी महिला वह अति पिछ्री जाती के कोटे पर हुई थी ,साथ मास्टर नसीम के बारे में कहा जरह है के इन्होने मदरसा बोर्ड और स्कूल BSEB से एक ही समय में रेगुलर मोड़े में किया.उप्रोप्क्त जिला के तिरहुत हाई स्कूल में इनके बारे में रिकॉर्ड को खंगाला जासकता है.
वैसे खबर है के लोगो उपरोक्त पंचायतो में SHIKCHAK बन्ने के लिए तमाम तरह की जालसाजी किये सूत्रों के अनुसार मेधा सूची और विभिन्न बोअर्ड्स और कौंसिल्स को भेजे गए पर्मान्पत्रों की जांच की जाये तो और कई चीजें सामने आयेंगी पर करेगा कौन ,क्यों के जब इस सम्बन्ध में DEO मोतिहारी से बात की गयी बहाना बाजी करके निकल गए कहने लगे की हमारे समय का मामला नहीं है? जरा अंदाजा लगाइए आखिर DEO के कतराने के पीछे राज क्या है?
Comments
bade bade chor hai yahan pe,
Par billi ke gale me ghanti bandhega kaun?
bade bade chor hai yahan pe,
Par billi ke gale me ghanti bandhega kaun?