जाफरानी( भगवा )दहशतगर्द की गिरफ्तारी
मंगल 18 दिसंबर 2012
उर्दू दैनिक पिन्दार
नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी( NIA )ने मध्य प्रदेश के नागदा इलाके से समझौता एक्सप्रेस और हैदराबाद की मक्का मस्जिद में बम प्लांट करने वाले भगवा दहशत गर्द राजेंदर उर्फ़ समुन्दर को धर दबोचने में बाला आखिर कामयाबी हासिल करली ,जो एक अरसा से फरार चल रहा था , उपरोक्त एजेंसी के मुताबिक राजेंदर ने शुरूआती पूछ ताछ के दौरान इस हकीक़त का एतराफ किया है ,उसने हिन्द-पाक दरमयान चलने वाली रेल गाड़ी समझौता एक्सप्रेस और मक्का मस्जिद (हैदराबाद )में बम रखे थे जिनके धमाकों से कम से कम सौ आदमी मारे गए थे ,उसने एन आई ए को ये भी बताया के वह मध्य प्रदेश के हातूर इलाके की आर एस एस यूनिट का सरगर्म (एक्टिव)कारकून था और आर एस एस का एक प्रचारक सुनील जोशी उसे दहशत गर्दाना सरगर्मियों की तरबियत (प्रशिक्षण ) के लिए जम्मू ले गया था ,यहाँ पर ये अम्र काबिले गौर है के 18 फ़रवरी 2007 को समझौता एक्सप्रेस में कुल चार बम धमाके हुए थे जिनमे 66 लोग मारे गए थे मरने वालों में औरतों और पाकिस्तानियों की तादाद जेयादा थी ,जबके मक्का मस्जिद में 28 मई 2007 को देसी नौइयत के बमों के धमाके में तक़रीबन एक दर्जन लोग मारे गए थे ........एन आई ए के जांच कर्ताओं को यकीं है के राजेंदर पहलवान से जब गहराई से पुच ताछ की जाए गी तो आर एस एस के उस सीनियर लीडर के गिरेबान तक पहुंचना आसान हो जायेगा जिसके बारे में एजेंसी को शक है के उसका हाथ उस दौरान देश के विभिन मस्जिदों ,दरगाहों ,व खानकाहों में हुए मुसलसल (लगातार)धमाकों में हाथ रहा था ,एन आई ए के ताफ्तिश्कारों की बहरहाल तारीफ़ की जानी चाहिए के देर से सही उसने बाला आखिरअसल मुजरिमों की गर्दन दबोचने में कामयाबी हासिल करली ,वरना आम तौर पर गैर मुस्लिमों से जुरे मामले की लिपा पोती कर दी जाती है ,राजेंदर से इब्तदाई (शुरुआती )पूछ ताछ में ही कई सनसनी खेज सच्चाई सामने आये हैं ,इसके अलावा ये भी हकीक़त भी मंजरे आम पर आ गई है के संघ परिवार की जमातें हजार इनकार करे लेकिन इस बात से इनकार मुम्किन नहीं के मुल्क में भगवा दहशतगर्दी का वजूद है ,आर एस एस समेत दीगर हिन्दू दहशत गर्द जमातों की भरपूर सरपरस्ती (संरक्षण )प्राप्त है ,दूसरी चौंका देने वाले जिस सच्चाई पर से पर्दा उठा है वह ये है के जम्मू में हिन्दू इनतहापशंदों को दहशत गर्दाना सरगर्मियों में हिस्सा लेने के लिए बकायेदा जेहनी (मानसिक)और जिस्मानी (शारीरिक )ट्रेनिंग प्रशिक्षण देने का अड्डा काम कर रहा है ,समझौता एक्सप्रेस ,और मक्का मस्जिद के सिलसिले में ये पहली गिरफ्तारी नहीं है ,इससे पहले भी साध्वी परग्गेया समेत कई अफराद पकड़े जा चुके हैं ,इन लोगों की निशादेही पर ही राजेंदर की गिरफ्तारी अमल में आई है ,अब ये
उर्दू दैनिक पिन्दार
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