जाँच पे उठे सवाल ? क्या कोई जांच अधिकारी आरोपी के साथ नाश्ता पानी कर सकता है ?अगर नहीं तो इस मामले के जांचकर्ता के खेलाफ सरकार कौन सी कार्रवाई करने जा रही ?
जाँच पे उठे सवाल ? क्या कोई जांच अधिकारी आरोपी के साथ नाश्ता पानी कर
सकता है ?अगर नहीं तो इस मामले के जांचकर्ता के खेलाफ सरकार कौन सी
कार्रवाई करने जा रही ?
क्या जाँच है ?जाँच अधिकारी ने घोटालेबाजो संग नाश्ता पानी , मेजबानी का स्थल था , घोटाले के आरोप में घीरे मैट्रिक फेल झोला छाप डॉक्टर का दरवाजा. लोगों में चर्चा बन गया है यह नायाब जाँच का तरीका।
क्या है मामला ?पुरबी चंपारण के मनिछाप्रा पंचायत जो पुरबी चंपारण के कल्यानपुर प्रखंड के तेहत आता है। उपरोक्त पंचायत में रोड सोलिंग और पी सी सी के तेहत हुए कामो में भारी अनियेमित्ता की बात प्रकाश में आने के बाद- डी डी सी पुरबी चंपारण ने सीओ को जांच के आदेश 2 माह पूर्व ही दिए थे , तब से सीओ कल्यानपुर डी डी सी के आदेश की खिलली उड़ाते हुए वहां जाने से परहेज कर रहे थे. आशंका जताई जा रही है के जांचकर्ता आरोपियों संग पहले से ही मिली भगत किये हुए थे,इधर biharbroadcasting.com के जरिये पुरे मामले पर गहराई से नजर रख्खे हुए था ,
जब सीओ को लगा के पानी सर के ऊपर जा रहा , कहीं घोटालेबाजों के साथ देना महंगा न पर जाये , इसी बीच जाँच की जिम्मेदारी , डी डी सी ने दिनांक २३/१०/२०१३ एस डी ओ चकिया को थमा दिया . आशंका जताई जा रही के चकिया एस डी ओ ने जाँच खुद न करके जाँच के नाम पर खानापूर्ति करने हेतु पुनः सी ओ को ही थमा दिया। अगर ये सही है तो क्या सी ओ के किरदार को कितना दुरुस्त कहा जायेगा?
डी डी सी की बात पे यकीन किया जाये तो एस डी ओ बारा चकिया ने बहुत बड़ा झूठ बोला , कयोंके जब डी डी सी ने 23 /10 /2013 को सी ओ छुब्ध होकर एस डी ओ साहेब को जाँच की जिम्मेदारी जब सोंप चुके थे ,आज जब उनसे डी डी सी के बयान का हवाला देते हुए पूछा गया के डी डी सी ने उपरोक्त मामले की जाँच का जिम्मा सोंपा है उसका क्या हुआ ? उन्होंने साफ तौर से सफ़ेद झूठ बोलते हुए कह गए के किसी भी प्रकार का आदेश न टेलीफोनिक या पत्र के जरिये ही प्राप्त हुआ है , हाँ ऐंठते हुए इतना सलाह दे दिए की आर टी आई से सूचना प्राप्त कर सकतें हैं। जब जवाब में कहा गया के आर टी आई से सूचना तो नहीं मांगुगा अलबत्ता आपके कथनी को biharbroadcasting.com बगैर किसी एडिट के जरुर प्रकाशित करेगा , इतना कहना था के उन्होंने फोने काट दिया www.biharbroadcasting.com
क्या जाँच है ?जाँच अधिकारी ने घोटालेबाजो संग नाश्ता पानी , मेजबानी का स्थल था , घोटाले के आरोप में घीरे मैट्रिक फेल झोला छाप डॉक्टर का दरवाजा. लोगों में चर्चा बन गया है यह नायाब जाँच का तरीका।
क्या है मामला ?पुरबी चंपारण के मनिछाप्रा पंचायत जो पुरबी चंपारण के कल्यानपुर प्रखंड के तेहत आता है। उपरोक्त पंचायत में रोड सोलिंग और पी सी सी के तेहत हुए कामो में भारी अनियेमित्ता की बात प्रकाश में आने के बाद- डी डी सी पुरबी चंपारण ने सीओ को जांच के आदेश 2 माह पूर्व ही दिए थे , तब से सीओ कल्यानपुर डी डी सी के आदेश की खिलली उड़ाते हुए वहां जाने से परहेज कर रहे थे. आशंका जताई जा रही है के जांचकर्ता आरोपियों संग पहले से ही मिली भगत किये हुए थे,इधर biharbroadcasting.com के जरिये पुरे मामले पर गहराई से नजर रख्खे हुए था ,
जब सीओ को लगा के पानी सर के ऊपर जा रहा , कहीं घोटालेबाजों के साथ देना महंगा न पर जाये , इसी बीच जाँच की जिम्मेदारी , डी डी सी ने दिनांक २३/१०/२०१३ एस डी ओ चकिया को थमा दिया . आशंका जताई जा रही के चकिया एस डी ओ ने जाँच खुद न करके जाँच के नाम पर खानापूर्ति करने हेतु पुनः सी ओ को ही थमा दिया। अगर ये सही है तो क्या सी ओ के किरदार को कितना दुरुस्त कहा जायेगा?
डी डी सी की बात पे यकीन किया जाये तो एस डी ओ बारा चकिया ने बहुत बड़ा झूठ बोला , कयोंके जब डी डी सी ने 23 /10 /2013 को सी ओ छुब्ध होकर एस डी ओ साहेब को जाँच की जिम्मेदारी जब सोंप चुके थे ,आज जब उनसे डी डी सी के बयान का हवाला देते हुए पूछा गया के डी डी सी ने उपरोक्त मामले की जाँच का जिम्मा सोंपा है उसका क्या हुआ ? उन्होंने साफ तौर से सफ़ेद झूठ बोलते हुए कह गए के किसी भी प्रकार का आदेश न टेलीफोनिक या पत्र के जरिये ही प्राप्त हुआ है , हाँ ऐंठते हुए इतना सलाह दे दिए की आर टी आई से सूचना प्राप्त कर सकतें हैं। जब जवाब में कहा गया के आर टी आई से सूचना तो नहीं मांगुगा अलबत्ता आपके कथनी को biharbroadcasting.com बगैर किसी एडिट के जरुर प्रकाशित करेगा , इतना कहना था के उन्होंने फोने काट दिया www.biharbroadcasting.com
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