मेहर आलम को इन्साफ नहीं मीला तो उसके पीता करेंगे आत्मदाह । देश की सबसे बड़ी आतंकरोधी जांच एजेंसी पे ही उठ खड़े हुए सवाल?


मेहर आलम को इन्साफ नहीं मीला तो उसके पीता करेंगे आत्मदाह । देश की सबसे बड़ी आतंकरोधी जांच एजेंसी पे ही उठ खड़े हुए सवाल? कहीं ये ghinauni खेल राजनितिक दबाव में तो नहीं हो रहा ,एक साथ दो मशहूर आतंकवादी घटनाओं के असल दहशतगर्दों को बचाने का खेल? मीशालें एक नहीं दर्जनों हैं। चाहे इशरत जहाँ फर्जी एनकाउंटर का हो या ajmersharif धमाका का । या समझौता express blast कांड ऐसे उदाहरणों की कमी नहीं। इन घटनाओं ने साबित कर दिया था के एक पढ़ा लीखा सरीफ इंसान और officers भी ऐसा कर सकता ,वह भी जिसने insaaniyat और manauta की raksha करने की कसम खाई हो?और उसी के नाम पर घर के चीराग जल रहे हों। लेकीन सवाल पैदा होता है के क्या गया और पटना ब्लास्ट मामले में भी पूर्व की तरह वही गंदी खेल चल रहा ? media के जरीये आ रही report अछ्छे संकेत नहीं दे रहे ।बहर हाल पेश है दुनिया के सामने urdu dainik qaumi tanzeem डेटेड 3/11/2013 की report.........

हया घाट, दरभंगा (wishwanaath chaudhri)
मेहर आलम की बुनीयादी तालीम गाँव के ही urdu primary school हुई ।lahariya सराए मदरसा से हाफीज की पढ़ाई 15 साल की उम्र में पूरी की। हाफीज की पढ़ाई मुकम्मल करने के बाद दरभंगा से ही आई टी आई fitter trade में हासिल की । उसके बाद मेहर आलम आम लोगों की तरह नोकरी की तलाश में देहली गया । उसकी khaahish थी के बड़े भाई के पास सऊदी जाकर कमाई कर सके और घर की गरीबी दूर करने में हाथ बटाए..... इसी बीच 23 अक्टूबर 2013 को एन आई ए ने मेहर आलम को दरभंगा बुलाया और कुछ घंटे पूछ ताछ के बाद उसे छोड़ दीया।एन आई ए के अफसर ने कहा के जरुरत पड़ने होने पर उसे दुबारह बोध गया स्थित एन आई ए कैंप में आना होगा ।बाद में गया के बदले पटना बुलाया गया , चुनानचे वह बेला खौफ और गाँव के कुछ pratishthit लोगों के साथ पटना के लीये नीकला । पीता महबूब आलम के मुताबीक पटना जाने से कबल एन आई ए के एक अफसर के साथ बात हुई ,जीसमें कहा गेया के उनका एक आदमी incom tax चौराहे पर पहुँच रहा है ।कुछ देर के बाद -BR1AB3201 नम्बर की मोटर साईकल से समीर नाम का एक नौजवान आया , जिससे बात करने पर मेहर आलम ने अपने पीता को बताया के दरभंगा में पूछ ताछ के वक़्त ये नौजवान्भी मौजूद था ।मेहर के वालीद से उस नौजवान ने कहा के आप लोग घर चले जाएँ ,मेहर आलम को एक दीन बाद घर पहुंचा दीया जाएगा ।लेकीन 72 घंटे के बाद भी मेहर आलम का कुछ पता नहीं चल रहा था ,दो दीन स ेमेहर मेहर आलम का मोबाइल भी बंद था।उसके वालीद ने बताया के एन आई ने बताया के एन आई ए के एक अफसर पीटर ने मोबाइल नंबर -09650245743 से फोन कर मेहर आलम से बात कराया ।मेहर आलम ने बताया के खाना पीना मील रहा कोई परीशानी नहीं है ,और 30 अक्टूबर 2013 को सुबह् में घर चला आऊंगा । जब 30/10/13 को सुबह में बात करने की कोशीश की गई तो उसका नंबर ऑफ था । इधर शाम सात बजे पिता ने पीटर से बात की तो उसने बताया के मेहर आलम भाग गया है ,अगर घर आये तो फोन करना ।और पीता महबूब आलम की मानें तो उसका बेटा बेक़सूर है , और कीसी बड़ी सजीश के तेहत उसे फंसाया जा रहा है ।उनहोंने मेहर आलम के क़त्ल का भी संदेह जताया है । साथ ही ये भी कहा है के अगर इंसाफ नहीं मिला तो आत्मदाह कर लूँगा ,दूसरी तरफ मेहर की माँ का रोते रोते बुरा हाल है , वह न कुछ कह पातीं हैं और न ही कुछ बोल पातीं हैं ,बस एक ही बात मेहर को कोई फंसा रहा है । सीधौली समेत अगल बगल के गाँव में दहशत का माहौल है।

(urdu dainik qaumi tanzeem , patna .dated- 3/11/13)

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