patna serial blast - गाँधी मैदान में लगे मेन CCTV के तार को कीसने अलग कीया ?और जबरदस्त security के िइन्तेाम के बावजूद ये कैसे मुमकीन हुआ?
गांधी मैदान म security के जबरदत इतेजाम और भारी संया म "बी जे पी " के volunteers और 200 private security guard क मौजूदगी म कस तरह दहशतगद बम लांट करने और धमाका करने म कामयाब हो गए ?गाँधी मैदान म लगे मेन CCTV के तार को कसने अलग कया था ? और जबरदत security के इतेजाम के बावजूद आखीर ये कैसे मुमकन हो सका ? या गांधी मैदान म दहशतगदं को आज़ादी से घुमने क छुट थी ? मोदी क रैली के सीफ एक रोज़ पहले खाली सूटकेस बरामद हआ था , उसक forensic जाँच य नह कराई गई ?.......... Posted on: 09-November-2013
भाजपाकतरफ से पीएमके उमीदवारजनाबनरदरमोदीक पटनारैलीम धमाके औरउनधमाकम आधा दरजनलोगके मरने औरबहतसारे अफरादके जमीहोने के मामले कजीतनीभी आलोचनाक जाएकम है ,लेकनतवीशनाक बातये है के हमेशा कतरह शकक सुईindian mujahedin क तरफ ही गई है ,यके इस सील सीले म बम धमाके म कथत तौर पे शामील एक शस (इतीयाज) को पटना जंशन के लेटफ़ॉम नंबर 10 के toilate म हए धमाके के फ़ौरन बाद giraftar कया गया था और ख़बर के मुताबीक उसने police के सामने िदए गए अपने बयानम उस बमधमाके म indian mujahedin के मोलौवीश होने क बात कबूलकर ली है । एक अख़बार म छपी खबर काबारीक से जाएजा लीया जाये तो इमतीयाज क गीरफतारी और उसके पास से बम क बरामदगी ही शक के दाएरे म आ जाती है ।दीनांक 28/10/13 के Hindustan Times म खबर छपी खबरके मुताबीक सुबह 9:30 बजे पटना जंशन के लेटफ़ॉम नंबर -10 के toilate म धमाका हआ और उसके 10 मीनटके अदरही GRP पटनाके इंपेटर ने एकशस(इतीयाज)को पकड़लीया।लेकन इसखबरको आरपीएफने गलतऔर झूठाबताया औरदावा कयाके इसशस (इमतीयाज) कोआर पीएफ के जवान ने गीरफतार कयाथा। दीनांक31/10/13 के Hindustan Times पेज 2 परजनाब अतुल पाठक IGCSCRPF के हवाले से खबरछपी है जीसमे shri pathak ने कहा है के जी आर पी पटना का दावा बीलकुल झूठा है और हककत ये है के इमतीयाज को आर पी एफ के असीसटट security कमीशनर shri बी के मरकटीयार ने िगरतार कया था । उहने ये भी दावा कया है के अगर cctv footage का मुआयेना कया जाये तो उनक बात सच साबीत होगी ।उहने अपने बयान म इतीयाजके पास से बमबरामदहोने कबातनहकही इसतरहइतीयाजकgiraftaari औरउसके पाससे बमबरामदहोने क पुरीकहानीही शक के दाएरे म आ गई है लेहाजा एन आई ए के टीम को सचाई का पता लगाने के लीए CCTV फुटेज का बगौर मुआएना करना चाहीये और साइंटीफक investigation पर जेयादा भरोसा करना चाहीये । hindustan times म ही 1/11/13 को छपी खबर के मुताबीक जी आर पी के inspector रामपुकार singh के बयान क बुनीयाद पर जीआरपी थाना पटना म एक FIR दज कया गया है लेकन इस एफ आइ आर से इमतीयाज के पास से बम या फ़ोननंबर वाले लीप क बरामदगीका कोई जीकरनह है ,ये बात भीइमयीयाज क गीरफतारीऔर उसके पास से बमबरामद होने क कहानीकोसंदेहापद(mystrious) बनादेती है , इसी अखबारम छपीखबरके मुताबीकनरदरमोदी कहीफाजत के लीए बड़ी तादाद म bihar police के जवान के अलावा- बी जे पी के volunteers और करीब 200 क तादाद म private guards तैनात कए गए थेc ,तो फर इतने शत हीफाजती इतेजाम (टाइट security) के बावजूद कस तरह दशतगद बड़ी तादाद म गाँधी मैदान म बम plant करने औरमेन CCTV के तार काटने म कामयाब होगए।ये बात भीगौर के काबील है के ठहर ठहर लगातारबम धमाकाहोता रहा औरलोग इसम मरते और जमी होते रहे लेकन इसके बावजूद गाँधी मैदान म कोई भगदर नहमची। या ये इस बात का इशारा नह के बंधक ये जानते थे के रैली क मेन जगह पर कोई धमाका नह होगा ? उपरो बात को मे नजर रखते हए पटना serial blast के सील सीले म अखबार म छपी ख़बर क बुनीयाद पर central home ministar और home secretary bihar सरकार से गुजारीश करता हँ के सचाई का पता लगाने के लीए"एनआईए" कटीमकोनीचे लीखे सवालकततीशके दौरानगौरकरने काहमद ।
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