एक केजरीवाल और उसके झाड़ू से इस देश के भ्रष्ट नौकरशाह , भ्रष्ट दिल्ली पुलिस ,कांग्रेस , बीजेपी , आर एस एस , दक्षिणपंथी संगठनों समेत ऐसे लाखों लोगों को खतरा है ,क्या ऐसे क्षेत्र के उन लोगों से खतरा केजरी वाल साहेब को नहीं हो सकता जिनके के लिए केजरीवाल एक खतरा बनकर उभर चुके हैं? , किसी की पी एम की कुर्सी दाव पर लगी हुई है ,?किसी को पी एम इन वेटिंग में जाने का खतरा बना हुआ है ?किसी की काली कमाई पर झाड़ू फेराने का खतरा बना हुआ ? तो किसी के पार्टी के नामों निशान मिट जाने का खतरा बना हुआ ? कोई बताये कि केजरीवाल के कार्यालय पर हुआ हमला क्या किसी आतंकी वारदात से कम था क्या ? क्या केजरीवाल के कार्यालय पर हमला बोलने वालों ,तोड़ फोड़ करने वालों से क्या हानि होने का खतरा नहीं ................... ?
कल के दैनिक जागरण (20/1/4 )के पहले पेज पर की इस खबर को " केजरीवाल को अगवा करने की साजिश , भटकल को छुड़ाने की आतंकी चाल
# ख़ुफ़िया एजेंसियों ने मिले इनपुट पर दिल्ली पुलिस को दी सूचना
# सी एम को जेड श्रेणी की सुरक्षा का प्रस्ताव , केजरीवाल ने किया इनकार । खबर में यह भी कहा गया है कि आई एम के आतंकी यासीन भटकल को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए केजरीवाल के अपहरण की साजिश रची जा चुकी है , अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वी रंगनाथन (सुरक्षा) ने खुद केजरीवाल से मिले और उन्हें और संभावित खतरे की जानकारी दी । पुलिस ने जेड श्रेणी की सुरक्षा का प्रस्ताव भी रख्खा ,पर केजरीवाल ने सुरक्षा न लेने के फैसले पर कायम रहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया है !
खबर में कहा गया है कि कुछ दिनों पहले , मेवात ( हरियाणा ) से पकड़े गए लश्कर - ए- तैबा( Module) से पूछ ताछ और ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा सुनी गई आतंकियों की बातचीत में मुख्मंत्री के अपहरण की साजिश का पता चला ............ये तो हुई खबर जिसे दैनिक जागरण ने कल यानी 20/1/14 को इंटेलिजेंस और पुलिस के दावे के मुताबिक़ प्रमुखता से प्रकाशित किया , न सिर्फ दैनिक जागरण ने बल्कि देश के तमाम मीडिया ने ।
# लेकिन काबिले गौर बात ये है कि ये केजरीवाल इस रिपोर्ट को जेयादा अहमियत नहीं दिए , देश के बाकी खद्दी धारियों की तरह और साफ़ तौर पर दिल्ली पुलिस और कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप भी लगाया ।
# दिल्ली पुलिस के ये सनसनी खेज दावे उस वक़्त आये हैं जब केजरीवाल दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट तंत्र के खेलाफ एलाने जंग छेड़े हुए हैं , यानी भ्रष्ट पुलिस वालों से दिल्ली की मासूम जनता को बचाने का प्रयास कर रहे हों । यानी एक तरह से कहा जाए तो केजरीवाल दिल्ली पुलिस के लिए खुद खतरा बन कर उभरे हैं तो गलत न होगा । इसलिए केजरीवाल का ये कहना कि दिल्ली पुलिस सियासत कर रही तो गलत नहीं ।
# जहाँ तक बात है लश्करे तयबा और आई एम से खतरे का तो उस वक़्त दिल्ली पुलिस और लम्बा चौड़ा दावा करने वाली जांच एजेंसियां जब केजरीवाल की पार्टी आप के दफ्तर पर कट्टर हिन्दू संगठनों का हमला हो गया ? यानी केजरीवाल को हिन्दू संगठनों से खतरा नहीं हो सकता ? क्या ऐसा नहीं हो सकता की ऐसा दावा करके केजरीवाल के जरिये दिल्ली पुलिस के खेलाफ छेड़े गए जंग को दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार हवा निकालना चाह रही हो ।
ये सारी दुनिया को पता चल चूका है की केजरीवाल से कांग्रेस को खतरा है ,बीजेपी को खतरा है , बीजेपी के प्रधानमंत्री के उमीदवार और हर रोज ख्वाब में लाल किला पर तिरंगा फहराराहे नमो को खतरा है , दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट अफसरों को खतरा है .ऐसे लोग क्या वाकई में केजरीवाल के सच्चे दोस्त हो सकते हैं ? कहीं ऐसा तो नहीं के लश्करे तैबा और आई एम के नाम का अफवाह उड़ा कर केंद्र सरकार और उसकी जांच एजेंसियां कुछ दुसरे ही खेल खेलना चाह रही हो
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