Dilip C Mandal
Sunday at 23:50
चौरासी के दंगों और गुजरात के दंगों में पार्टियों के व्यवहार में फर्क है.
चौरासी की सिख विरोधी हिंसा के लिए कांग्रेस माफी मांग चुकी है और उसमें हमेशा एक अपराधबोध नजर आता है. बेशक वह दिखावटी ही क्यों न हो.....लेकिन गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिंसा के लिए माफी मांगने में बीजेपी को दौरे पड़ जाते हैं.
जब आप सीएम होते हैं, तो उनके भी सीएम होते हैं, जिन्होंने आपको वोट नहीं दिया या जिनके बारे में लगता है कि वे आपको किसी भी हालत में वोट नहीं देंगे. आप समर्थकों के भी सीएम होते हैं और विरोधियों के भी. विरोधियों के लिए अलग से CM का कोई प्रावधान नहीं है.
Four riots and the difference in the behavior of the parties in the Gujarat riots.
Four of the anti-Sikh violence is done apologizing to Congress and it's always a mirrored guilt. Of course why he is not ostentatious.But in Gujarat, anti-Muslim violence in the BJP to apologise for seizures.
When you are CM, CM, who also did not vote or about whom you think you will vote no in any condition. You supporters are and opponents also CM. Opponents of the provision separately for CM. (Translated by Bing)
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