भारत मे मुस्लिम शासकों का इतिहास पढ़ता हूँ, तो पाता हूँ कि जो मुस्लिम शासक जितना ज्यादा इस्लाम के प्रति समर्पित था, उस शासक को उतना ही ज्यादा बदनाम करने के प्रयास किए गए और उसे हिन्दू विरोधी सिद्ध करने की साजिशें रची गईं,
भारत मे मुस्लिम शासकों का इतिहास
पढ़ता हूँ, तो पाता हूँ कि जो मुस्लिम
शासक जितना ज्यादा इस्लाम के
प्रति समर्पित था, उस शासक
को उतना ही ज्यादा बदनाम करने के प्रयास
किए गए और उसे हिन्दू विरोधी सिद्ध करने की साजिशें रची गईं, ताकि हिंदू
मुस्लिम मे ऐसी फूट पड़े
कि वो दोनों दोबारा कभी भाई भाई बनकर
जी ही न सकें ....
लेकिन सच तो ये है कि शासक
जितना ज्यादा इस्लाम के प्रति समर्पित होता है, अपनी गैर मुस्लिम जनता के लिए
उतना ही ममतामय होता जाता है .... मुगल
बादशाह औरंगज़ेब के इस्लाम प्रेम के कारण
जब उन्हें बदनाम
किया गया तो कूटनीतिक कारण
ही सही मन्दिर तोड़ने के बादशाह के फरमानो को आधार बनाया गया ...... पर टीपू
शहीद को बदनाम करने की कोशिश करने
वालों को इस बात की भी शर्म नहीं आई
कि टीपू सुल्तान पर हिन्दू विरोध के
आरोप लगाने का कोई झूठा आधार
भी नहीं था टीपू सुल्तान पर निराधार ही अनेक आरोप
लगा डाले गए जैसे कि ये आरोप कि, टीपू
सुल्तान ने शासन की बागडोर सम्हालते
ही ये घोषणा कर दी थी कि मै
सभी काफिरों को मुस्लिम बनाकर
रहूंगा।... और ये लिखित फरमान गांव गांव
भिजवा दिए थे कि सभी हिन्दुओं
को इस्लाम में दीक्षा दी जाए।
जो स्वेच्छा से मुसलमान न बने उसे बलपूर्वक
मुसलमान बनाया जाए, और जो पुरूष विरोध
करे, उनका कत्ल करवा दिया जाए। उनकी स्त्रिओं को पकडकर उन्हें
दासी बनाकर मुसलमानों में बाँट दिया जाए।
लेकिन इस घोषणा के होने का कोई प्रमाण
मांगो तो कहीं मिलता ही नहीं ....
चलिए मौखिक घोषणा का कोई प्रमाण न
हो ऐसा सम्भव है, पर टीपू द्वारा गांव गांव जिस लिखित फरमान के भेजे जाने
का दावा किया जाता है, उनमें से एक
दो प्रतियां तो मिलनी चाहिए थीं ... पर
कहीं नहीं मिलती ....
एक बात तो है कि लम्बी लम्बी फेंकने मे
अंग्रेज इतिहासकारों का कोई सानी नही, बिना आधार इतनी बेशर्मी से आपको झूठे
तथ्य सुनाते हैं कि आप सच जानते भी हो,
तो भी अपना सच इनके झूठ के आगे कमजोर
मानने लगो
अब जैसे "फ्रीडम स्ट्रगल इन केरल" के
लेखक ने यूं ही मन चलने पर लिख मारा कि टीपू सुल्तान कहते थे कि अगर
सारी दुनिया भी मुझे मिल जाए,तब भी में
हिंदू मंदिरों को नष्ट करने से नही रुकुंगा...
वहीं "दी मैसूर गजेटिअर" के लेखक ने
लिखा है कि "टीपू ने लगभग १०००
मंदिरों का ध्वस्त किया। २२ मार्च १७७२ को टीपू ने अपने एक सेनानायक अब्दुल
कादिर को एक पत्र लिखा कि,"१२००० से
अधिक हिंदू मुस्लमान बना दिए गए।" १४
दिसम्बर १७९० को अपने
सेनानायकों को पात्र लिखा की,"में तुम्हारे
पास मीर हुसैन के साथ दो अनुयाई भेज रहा हूँ उनके साथ तुम सभी हिन्दुओं
को बंदी बना लेना और २० वर्ष से कम आयु
वालों को कारागार में रख लेना और शेष
सभी को पेड़ से लटकाकर वध कर देना"
पर प्रमाण के लिए मूल पत्र किसी ने
नहीं दिखाया... अंग्रेज अंकल ने ही ये
भी पढ़ाया था कि टीपू ने अपनी तलवार पर
हिन्दुओं को खत्म करने
की प्रतिज्ञा खुदवा रखी थी
पर ये कथित तलवार भी आज तक किसी ने
वास्तव मे नहीं देखी.... ध्यान दीजिए इस हिन्दू विरोधी तलवार का स्वामी उस
टीपू सुल्तान को बताया जाता है
जिसकी राम नाम लिखी अंगूठी अभी कुछ
दिन पूर्व मे नीलाम की गई, और ये
वही टीपू सुल्तान है जिसने अपने
मन्त्री मण्डल के सभी महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर हिंदुओं
की नियुक्ति की थी।
टीपू सुलतान द्वारा लिखित पत्रों से
ज्ञात होता है कि 1791 में रघुनाथ राव
पटवर्धन के कुछ मराठा सवारों ने
श्रृंगेरी शंकराचार्य के मंदिर और मठ पर छापा मारा। उन्होंने मठ की सभी मूल्यवान
संपत्ति लूट ली। इस हमले में कई लोग मारे
गए और कई घायल हो गए। शंकराचार्य ने
मदद के लिए टीपू सुल्तान को अर्जी दी।
शंकराचार्य को लिखी एक चिट्ठी में टीपू
सुल्तान ने आक्रोश और दु: ख व्यक्त किया। इसके बाद टीपू ने बेदनुर के आसफ़
को आदेशदिया कि शंकराचार्य को 200
राहत (फ़नम) नक़द धन और अन्य उपहार
दिये जायें।
टीपू सुल्तान ने अन्य हिंदू
मन्दिरों को भी तोहफ़े पेश किए। मेलकोट के मन्दिर में सोने और चांदी के बर्तन है,
जिनके शिलालेख बताते हैं कि ये टीपू ने
भेंट किए थे। ने कलाले के लक्ष्मीकान्त
मन्दिर को चार रजत कप भेंटस्वरूप दिए थे.
1782 और 1799 के बीच, टीपू सुल्तान ने
अपनी जागीर के मन्दिरों को 34 दान के सनद जारी किए. इनमें से कई को चांदी और
सोने की थाली के तोहफे पेश किए.
ननजनगुड के श्रीकान्तेश्वर मन्दिर में टीपू
का दिया हुअ एक रत्न-जड़ित कप है।
ननजनगुड के ही ननजुनदेश्वर मन्दिर
को टीपू ने एक हरा-सा शिवलिंग भेंट किया। श्रीरंगपटना के रंगनाथ मन्दिर
को टीपू ने सात चांदी के कप और एक रजत
कपूर-ज्वालिक पेश किया।
अगर टीपू सुल्तान वैसे थे जैसा अंग्रेज़ अंकल
ने बताया तो फिर ये क्या था ???
टीपू सुल्तान का भले ही भारतीय शासकों ने साथ नहीं दिया, पर टीपू ने
किसी भी भारतीय शासक केविरूद्ध, चाहे
वह हिन्दू हो या मुसलमान , अंग्रेज़ों से
गठबंधन नहीं किया। भारत को बचाने के
लिए टीपू अपनी आखरी साँस तक
अंग्रेजो से लड़ते लड़ते शहीद हो गए... पर इसका नतीजा भी वही हुआ
जो होता आया है .
..आखिरकार टीपू सुल्तान जैसे देश के महान
सपूत की कुर्बानी को भी सस्ता कर
ही दिया गया...
अफसोस !! बहुत से लोगों ने सिर्फ इतना याद रखा कि टीपू सुल्तान एक
मुसलमान था... फिर उसकी अज़ीम शहादत,
उसकी वतन पर जां निसारी,
उसकी अपनी गैर मुस्लिम आवाम से
मोहब्बत ...ये सारी बातें झूठ और फरेब मान
ली गईं .... अफसोस सद अफसोस ॥
Obaid
पढ़ता हूँ, तो पाता हूँ कि जो मुस्लिम
शासक जितना ज्यादा इस्लाम के
प्रति समर्पित था, उस शासक
को उतना ही ज्यादा बदनाम करने के प्रयास
किए गए और उसे हिन्दू विरोधी सिद्ध करने की साजिशें रची गईं, ताकि हिंदू
मुस्लिम मे ऐसी फूट पड़े
कि वो दोनों दोबारा कभी भाई भाई बनकर
जी ही न सकें ....
लेकिन सच तो ये है कि शासक
जितना ज्यादा इस्लाम के प्रति समर्पित होता है, अपनी गैर मुस्लिम जनता के लिए
उतना ही ममतामय होता जाता है .... मुगल
बादशाह औरंगज़ेब के इस्लाम प्रेम के कारण
जब उन्हें बदनाम
किया गया तो कूटनीतिक कारण
ही सही मन्दिर तोड़ने के बादशाह के फरमानो को आधार बनाया गया ...... पर टीपू
शहीद को बदनाम करने की कोशिश करने
वालों को इस बात की भी शर्म नहीं आई
कि टीपू सुल्तान पर हिन्दू विरोध के
आरोप लगाने का कोई झूठा आधार
भी नहीं था टीपू सुल्तान पर निराधार ही अनेक आरोप
लगा डाले गए जैसे कि ये आरोप कि, टीपू
सुल्तान ने शासन की बागडोर सम्हालते
ही ये घोषणा कर दी थी कि मै
सभी काफिरों को मुस्लिम बनाकर
रहूंगा।... और ये लिखित फरमान गांव गांव
भिजवा दिए थे कि सभी हिन्दुओं
को इस्लाम में दीक्षा दी जाए।
जो स्वेच्छा से मुसलमान न बने उसे बलपूर्वक
मुसलमान बनाया जाए, और जो पुरूष विरोध
करे, उनका कत्ल करवा दिया जाए। उनकी स्त्रिओं को पकडकर उन्हें
दासी बनाकर मुसलमानों में बाँट दिया जाए।
लेकिन इस घोषणा के होने का कोई प्रमाण
मांगो तो कहीं मिलता ही नहीं ....
चलिए मौखिक घोषणा का कोई प्रमाण न
हो ऐसा सम्भव है, पर टीपू द्वारा गांव गांव जिस लिखित फरमान के भेजे जाने
का दावा किया जाता है, उनमें से एक
दो प्रतियां तो मिलनी चाहिए थीं ... पर
कहीं नहीं मिलती ....
एक बात तो है कि लम्बी लम्बी फेंकने मे
अंग्रेज इतिहासकारों का कोई सानी नही, बिना आधार इतनी बेशर्मी से आपको झूठे
तथ्य सुनाते हैं कि आप सच जानते भी हो,
तो भी अपना सच इनके झूठ के आगे कमजोर
मानने लगो
अब जैसे "फ्रीडम स्ट्रगल इन केरल" के
लेखक ने यूं ही मन चलने पर लिख मारा कि टीपू सुल्तान कहते थे कि अगर
सारी दुनिया भी मुझे मिल जाए,तब भी में
हिंदू मंदिरों को नष्ट करने से नही रुकुंगा...
वहीं "दी मैसूर गजेटिअर" के लेखक ने
लिखा है कि "टीपू ने लगभग १०००
मंदिरों का ध्वस्त किया। २२ मार्च १७७२ को टीपू ने अपने एक सेनानायक अब्दुल
कादिर को एक पत्र लिखा कि,"१२००० से
अधिक हिंदू मुस्लमान बना दिए गए।" १४
दिसम्बर १७९० को अपने
सेनानायकों को पात्र लिखा की,"में तुम्हारे
पास मीर हुसैन के साथ दो अनुयाई भेज रहा हूँ उनके साथ तुम सभी हिन्दुओं
को बंदी बना लेना और २० वर्ष से कम आयु
वालों को कारागार में रख लेना और शेष
सभी को पेड़ से लटकाकर वध कर देना"
पर प्रमाण के लिए मूल पत्र किसी ने
नहीं दिखाया... अंग्रेज अंकल ने ही ये
भी पढ़ाया था कि टीपू ने अपनी तलवार पर
हिन्दुओं को खत्म करने
की प्रतिज्ञा खुदवा रखी थी
पर ये कथित तलवार भी आज तक किसी ने
वास्तव मे नहीं देखी.... ध्यान दीजिए इस हिन्दू विरोधी तलवार का स्वामी उस
टीपू सुल्तान को बताया जाता है
जिसकी राम नाम लिखी अंगूठी अभी कुछ
दिन पूर्व मे नीलाम की गई, और ये
वही टीपू सुल्तान है जिसने अपने
मन्त्री मण्डल के सभी महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर हिंदुओं
की नियुक्ति की थी।
टीपू सुलतान द्वारा लिखित पत्रों से
ज्ञात होता है कि 1791 में रघुनाथ राव
पटवर्धन के कुछ मराठा सवारों ने
श्रृंगेरी शंकराचार्य के मंदिर और मठ पर छापा मारा। उन्होंने मठ की सभी मूल्यवान
संपत्ति लूट ली। इस हमले में कई लोग मारे
गए और कई घायल हो गए। शंकराचार्य ने
मदद के लिए टीपू सुल्तान को अर्जी दी।
शंकराचार्य को लिखी एक चिट्ठी में टीपू
सुल्तान ने आक्रोश और दु: ख व्यक्त किया। इसके बाद टीपू ने बेदनुर के आसफ़
को आदेशदिया कि शंकराचार्य को 200
राहत (फ़नम) नक़द धन और अन्य उपहार
दिये जायें।
टीपू सुल्तान ने अन्य हिंदू
मन्दिरों को भी तोहफ़े पेश किए। मेलकोट के मन्दिर में सोने और चांदी के बर्तन है,
जिनके शिलालेख बताते हैं कि ये टीपू ने
भेंट किए थे। ने कलाले के लक्ष्मीकान्त
मन्दिर को चार रजत कप भेंटस्वरूप दिए थे.
1782 और 1799 के बीच, टीपू सुल्तान ने
अपनी जागीर के मन्दिरों को 34 दान के सनद जारी किए. इनमें से कई को चांदी और
सोने की थाली के तोहफे पेश किए.
ननजनगुड के श्रीकान्तेश्वर मन्दिर में टीपू
का दिया हुअ एक रत्न-जड़ित कप है।
ननजनगुड के ही ननजुनदेश्वर मन्दिर
को टीपू ने एक हरा-सा शिवलिंग भेंट किया। श्रीरंगपटना के रंगनाथ मन्दिर
को टीपू ने सात चांदी के कप और एक रजत
कपूर-ज्वालिक पेश किया।
अगर टीपू सुल्तान वैसे थे जैसा अंग्रेज़ अंकल
ने बताया तो फिर ये क्या था ???
टीपू सुल्तान का भले ही भारतीय शासकों ने साथ नहीं दिया, पर टीपू ने
किसी भी भारतीय शासक केविरूद्ध, चाहे
वह हिन्दू हो या मुसलमान , अंग्रेज़ों से
गठबंधन नहीं किया। भारत को बचाने के
लिए टीपू अपनी आखरी साँस तक
अंग्रेजो से लड़ते लड़ते शहीद हो गए... पर इसका नतीजा भी वही हुआ
जो होता आया है .
..आखिरकार टीपू सुल्तान जैसे देश के महान
सपूत की कुर्बानी को भी सस्ता कर
ही दिया गया...
अफसोस !! बहुत से लोगों ने सिर्फ इतना याद रखा कि टीपू सुल्तान एक
मुसलमान था... फिर उसकी अज़ीम शहादत,
उसकी वतन पर जां निसारी,
उसकी अपनी गैर मुस्लिम आवाम से
मोहब्बत ...ये सारी बातें झूठ और फरेब मान
ली गईं .... अफसोस सद अफसोस ॥
Obaid
History of Muslim rulers in India reads, then finds that the higher the Muslim ruler was devoted to Islam, that rulers were trying to discredit the more and were engineered to provide insights into proven anti-Hindus, so have a Hindu-Muslim divide in that they both can ever again as not-ji brother ... ... ... ...
But the truth is that the higher the ruler is devoted to Islam, its non-Muslim population as mamtamay is the ... Mughal Emperor aurangazeb's colossus Islam when he was discredited because of love the King of breaking the diplomatic cause as pharmano Temple was built by the ... ... ... ... .... Try to discredit tipu Shaheed on to this thing also did not Sharm that tippu Sultan was no Hindu opposition allege on false grounds didn't even accuse the same unfounded on tippu Sultan were several casts such as allegations that ruled by tippu Sultan had the reins of these samhalte announcement that I will continue to be held the Muslim all infidels. ... more And these were delivered a written Decree village send all Hindus to Islam should be given in initiation, which made him not willingly became Muslim forcing Muslims to resist, and who has killed their men get their share in creating the maid pakdakar strion has them, but this announcement Muslims having any proof to get the mango somewhere not only ....
Let's take a verbal announcement is not any proof it is impossible, but the village by tippu text is claimed to be sent the Decree, one of them must get two copies were so. ... Nowhere on the ...
One thing that long long is not a mash of English historians in throwing, without base so shamelessly you false sharing that you really know the facts also, even if its true they lie as weak next to lago now like "freedom stragal in Kerala" author of the write mind fuckin runs hit that tippu Sultan used to say that if the whole world will find meAlso in Hindu temples by eliminating no rocking ... ....
There is the author of "Mysore" given getjar wrote that "nearly 1,000 temples demolished by tippu. 22 March 1772 to tippu had written a letter to a senanayak Abdul Qadir bagged more than 12,000 Hindus Muslims," that have been made. "14 December 1790 wrote the character of their senanaykon," you have been sent two Mir Hossein anuyai captivate you with them create all Hindus and those under 20 years In the prisons and give the tree all latkakar slaughter "has anyone the original paper on evidence not shown ... read more English was taught by tippu also Uncle has his sword at Hindus pledge to eliminate these alleged sword khudva had even until today no one has actually seen the ... Give attention to the Hindu Lord of the sword against tippu Sultan is said to have written the name RAM to ring just a few days earlier in the auction, and these same tippu Sultan who served all-important the administrative positions of your Chamber of Hindus by tippu Sultan was appointed papers of Raghunath Rao Patwardhan is in 1791, some caste Maratha riders raided Seer shrringeri Temple and monastery he math Got robbed all the valuable assets in many people died and many were injured. Shankaracharya petitioned tippu Sultan for help writing a letter to the Shankaracharya. tippu Sultan expressed the outrage and grief after it browned by the asaf adeshdiya of tippu that SEER 200 relief (fanam) cash money and other gifts to be given to other Hindu tippu Sultan mandarin. kicking back in the Temple of the melkot offered. Is the pot of gold and silver, whose inscriptions show that these were presented by tippu., bhentasvarup Temple of kalale lakshmikant had given four silver cups.
Between 1782 and 1799 tippu Sultan made his heirloom issued to 34 charity sanad of mandarin. Many of these are offered gifts of silver and gold plate.
Made of shrikanteshvar Temple in nanjangud, a gem-studded hua tippu Cup. nanjundeshvar temple at nanjangud of tippu has presented a beat a shivling. shrirangaptana of ranganath temple to tippu had seven Silver cups and a silver camphor-jellico produced were as tippu Sultan, though British uncle. If explained then what the hell was that?!?
Tippu Sultan's even though Indian rulers, tipu, but not with any Indian ruler keviruddh, whether Hindus or Muslims, the British did not with to save his last India tippu. breath were martyred fighting angrejo fighting ... more It was the same result that would come.
..Finally out of the country, such as the great tippu Sultan saput was bound to make even cheaper ... read more
Alas!! Many people just remember that tippu Sultan was a Muslim. Then his martyrdom, his homeland on Jaan azeem nicer, its non-Muslim romance of avam ... read moreAll these things were fulfilled ... and lies and fareb. Sorry sad regret ||
Obaid (Translated by Bing)
But the truth is that the higher the ruler is devoted to Islam, its non-Muslim population as mamtamay is the ... Mughal Emperor aurangazeb's colossus Islam when he was discredited because of love the King of breaking the diplomatic cause as pharmano Temple was built by the ... ... ... ... .... Try to discredit tipu Shaheed on to this thing also did not Sharm that tippu Sultan was no Hindu opposition allege on false grounds didn't even accuse the same unfounded on tippu Sultan were several casts such as allegations that ruled by tippu Sultan had the reins of these samhalte announcement that I will continue to be held the Muslim all infidels. ... more And these were delivered a written Decree village send all Hindus to Islam should be given in initiation, which made him not willingly became Muslim forcing Muslims to resist, and who has killed their men get their share in creating the maid pakdakar strion has them, but this announcement Muslims having any proof to get the mango somewhere not only ....
Let's take a verbal announcement is not any proof it is impossible, but the village by tippu text is claimed to be sent the Decree, one of them must get two copies were so. ... Nowhere on the ...
One thing that long long is not a mash of English historians in throwing, without base so shamelessly you false sharing that you really know the facts also, even if its true they lie as weak next to lago now like "freedom stragal in Kerala" author of the write mind fuckin runs hit that tippu Sultan used to say that if the whole world will find meAlso in Hindu temples by eliminating no rocking ... ....
There is the author of "Mysore" given getjar wrote that "nearly 1,000 temples demolished by tippu. 22 March 1772 to tippu had written a letter to a senanayak Abdul Qadir bagged more than 12,000 Hindus Muslims," that have been made. "14 December 1790 wrote the character of their senanaykon," you have been sent two Mir Hossein anuyai captivate you with them create all Hindus and those under 20 years In the prisons and give the tree all latkakar slaughter "has anyone the original paper on evidence not shown ... read more English was taught by tippu also Uncle has his sword at Hindus pledge to eliminate these alleged sword khudva had even until today no one has actually seen the ... Give attention to the Hindu Lord of the sword against tippu Sultan is said to have written the name RAM to ring just a few days earlier in the auction, and these same tippu Sultan who served all-important the administrative positions of your Chamber of Hindus by tippu Sultan was appointed papers of Raghunath Rao Patwardhan is in 1791, some caste Maratha riders raided Seer shrringeri Temple and monastery he math Got robbed all the valuable assets in many people died and many were injured. Shankaracharya petitioned tippu Sultan for help writing a letter to the Shankaracharya. tippu Sultan expressed the outrage and grief after it browned by the asaf adeshdiya of tippu that SEER 200 relief (fanam) cash money and other gifts to be given to other Hindu tippu Sultan mandarin. kicking back in the Temple of the melkot offered. Is the pot of gold and silver, whose inscriptions show that these were presented by tippu., bhentasvarup Temple of kalale lakshmikant had given four silver cups.
Between 1782 and 1799 tippu Sultan made his heirloom issued to 34 charity sanad of mandarin. Many of these are offered gifts of silver and gold plate.
Made of shrikanteshvar Temple in nanjangud, a gem-studded hua tippu Cup. nanjundeshvar temple at nanjangud of tippu has presented a beat a shivling. shrirangaptana of ranganath temple to tippu had seven Silver cups and a silver camphor-jellico produced were as tippu Sultan, though British uncle. If explained then what the hell was that?!?
Tippu Sultan's even though Indian rulers, tipu, but not with any Indian ruler keviruddh, whether Hindus or Muslims, the British did not with to save his last India tippu. breath were martyred fighting angrejo fighting ... more It was the same result that would come.
..Finally out of the country, such as the great tippu Sultan saput was bound to make even cheaper ... read more
Alas!! Many people just remember that tippu Sultan was a Muslim. Then his martyrdom, his homeland on Jaan azeem nicer, its non-Muslim romance of avam ... read moreAll these things were fulfilled ... and lies and fareb. Sorry sad regret ||
Obaid (Translated by Bing)
Comments