एम्स के डॉक्टर गरीबों के जान से खेलने लगे ? केवल बीजेपी के नेताओं और मंत्रियों के चमचों और बेलचों को इलाज में मिल रही सहूलत ?

मोदी सरकार में बहक गया एम्स के डॉक्टर ? एम्स के डॉक्टर गरीब मरीजों की जान से खेलने लगे

Posted on 3rd Dec 2014 19:51:42
क्या आपको पता है मोदी सरकार के आते ही एम्स के डॉक्टर गरीबों की जान से खेलने लगे हैं ?
नहीं तो जान लीजिये ...............
सूत्रों के अनुसार बिहार के पी एम सी एच से एक छोटी बच्ची जिसके हार्ट में सुराख है । जिसे फ़ौरन ऑपरेशन की जरुरत है , एम्स के डॉक्टर लगभग तीन माह से ऑपेरशन करने की बजाये जान बुझ कर टहला रहे । 29 सप्तेम्बर 2014 को 19 घंटे लगातार खड़ा कराने के बाद उसका रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था यानी उसका कार्ड बना । जान बुझ कर लंबी जांच कराई गयी जबकि बिहार के एक मसहूर प्राइवेट हॉस्पिटल जिवक ने इको करा कर ये साफ़ कर दिया था की बच्ची के हार्ट में प्रॉब्लम हैं और उसको 2 स्टेज में ऑपरेशन करना होगा । लेकिन जीवक हॉस्पिटल की महँगी फीस के कारण वहां उस 4 माह की बच्ची का ऑपरेशन और आगे का इलाज नहीं हो पाया घर वाले pmch के चाइल्ड एमर्जेंसी में एडमिट कराये और फिर वहां से रेफर होकर AIIMS आई और बच्ची का इलाज यानी ऑपरेशन अब तक नहीं ।
29 सेप्टेम्बर को dr r juneja ने स्टार्ट की 
जांच के बाद 
17 अक्टूबर 2014 को हार्ट के सर्जन dr sachin तलवार के पास रेफर कर दिया ।
और dr sachin तलवार ने जान बुझ कर हफ़्तों मरीज के घर वालों को दौरान के बाद
30 /10/14 को मिले और हफ़्तों मरीज और उसके घर वालों को परीशान करने के बाद मरीज से मिलने वाले सचिन तलवार 5 मिनट के अंदर बगैर मरीज की हालात का निरिक्षण किये dr राज शेखर को रेफर कर दिए । और 4 रोज दौरा कर मिलने वाले राजशेखर ने 15 दिन बाद मरीज के घर वालों को बुलाया ,बेचारे घर वाले करते तो आखिर क्या करते लोग पटना चले आये । लोग जब पटना से जाने के बाद 
जब दिनांक 19 /11/14को मिले तो जनाब राजशेखर ने यह आश्वाशन देकर टहला दिया की अब आने की जरुरत नहीं एक हफ्ते के बाद आपको कॉल कर के बुला लेंगे । 
आज दिनांक 3/12/14तक दो हफ्ता गुजर जाने के बाद अब तक किसी प्रकार का कॉल मरीज के घर वालों के पास नहीं आये ।घर वाले चार माह की बच्ची की जिंदगी को लेकर महीनो से सदमे में चल रहे मगर एम्स के बेरहम डॉक्टरों को गरीब बच्चे की जान से कोई मतलब नहीं 
यही है दोस्तों अच्छे दिन का सच ।
दूसरी तरफ 19 /11/14 को मोतिहारी के केसरिया के रहने वाले एक मरीज के घर वालों ने बताया की कृषि मंत्री जनाब राधा मोहन सिंह का लैटर pad और उनके जरिये की गयी पैरवी पे हप्तों जांच और ऑपरेशन और बाकी सब कुछ हो गया । यानी एम्स पे बीजेपी के चमचों और बेलचों का अघोषित कब्ज़ा हो गया यानी सही से और सहूलत से इलाज कराने के लिए बीजेपी के नेताओं , मंत्रियों का चम्चा ,बेलचा होना कम्पलसरी हो गया ।
दूसरी तरफ आपके सामने एक मिशाल है एक गरीब मरीज को ऑपरेशन के लिए कॉल तब शायद जाए जब मरीज का अंतिम संस्कार कर दिया जाए ।
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09852508777
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