अगर स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता लाना है तो सबसे पहले शिक्षा विभाग के अधिकारियों -कर्मचारियों से ले कर शिक्षा मंत्री का वेतन-भत्ता छः महीने के लिए बिलकुल बन्द कर दिया जाय तो फिर देखें ना सरकारी विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में कैसे गुणात्मक सुधार होता ह

Deepak Jaiswal
बिहार तेज़ी से सड़ रहा है...
बिहार के सरकारी विद्यालयोंं के नियोजित शिक्षकों का वेतन पिछले छः-छः महीनों तक से नहीं मिला है और ऐसे में सरकार और आम जनता बिहार के सरकारी स्कूलों से शिक्षा में गुणवत्ता की उम्मीद करती है... किसी भी विद्यालय में जरूरत के मुताबिक 40% से ज्यादा शिक्षक हैं ही नहीं..... और गणित-विज्ञान- अंग्रेजी में तो बरसों से नहीं... सरकार शिक्षक नियोजन के नाम पर तमाम नौटंकीबाज़ी कर रही है... पिछले तीन साल से एक भी शिक्षक की बहाली नहीं हुई है... जबकि हर महीने हजारों शिक्षक रिटायर हो रहे हैं....
अब अगर सही तरीके से बोर्ड-इंटर परीक्षा लेने पे सरकारी विद्यालयों के 48% बच्चे फेल कर रहे हैं और राज्य में कोचिंग माफिया का प्रचार-प्रसार हो रहा है तो दोष किसका???
अरे अगर स्कूली शिक्षा में गुणवत्ता लाना है तो सबसे पहले शिक्षा विभाग के अधिकारियों -कर्मचारियों से ले कर शिक्षा मंत्री का वेतन-भत्ता छः महीने के लिए बिलकुल बन्द कर दिया जाय तो फिर देखें ना सरकारी विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था में कैसे गुणात्मक सुधार होता है...
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