अगर क़ानून सब के लिए बराबर तो क्यों नहीं है सुप्रीम कॉर्ट में एक भी मुस्लिम जज ....?

क्या देश में इन्साफ सब के लिए बराबर है ....?

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"बक्श देता है 'खुदा' उनको, ... ! जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !! वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... ! जिनकी 'नियत' खराब होती है... !!"