बहुत ही प्यारी हदीस ..है
🖊🖊🖊🖊🖊🖊 बहुत ही प्यारी हदीस ..है ⚓⚓⚓⚓⚓⚓ प्लीज पूरा पढ़े .... नबी करीम S.A.W.ने फरमाया जब तुम कुछ भूल जाओ तो मुझ पर दरूद भेजो ...इंशाअल्लाह याद आ जाएगा .... ये बहुत कीमती हदीस है सब को ज़रूर बताओ अपने दिल में मत रखना .. सवाल ...नमाज़ में दो सज़दे क्यों हें .....? जवाब ..जब अल्लाह ने फरिश्तों को हुकुम दिया की . आदम A.S...को सजदा करो तो उन्होने सजदा किया लेकिन इब्लीस ने नही किया तो उसको मर्दूद करार दे कर उसको जन्नत से निकाल दिया .... इब्लीस की ये हालत देख कर फरिश्तों ने सजदा-ए-शुक्र अदा किया और कहा ए अल्लाह तेरा शुक्र हे की तूने हमे अपना हुक्म बजा लेने और अपनी इबादत करने की तौफिक अता फरमाई ... वो दो सज़दे आज तक नमाज़ में अदा किये जा रहे हें ... 1..सजदा-ए-हुक्म 2..सजदा-ए-शुक्र 1.सहाबी ने हुजूर S.A.W.से पूछा हमे केसे पता चलेगा की हमारी नमाज़ कुबूल हो गई ? आप S.A.W.ने फरमाया जब तुम्हारा दिल अगली नमाज़ पढ़ने के लिये बेकरार हो तो समझ जाओ की तुम्हारी नमाज़ कुबूल हो गई है ...