कांग्रेस राज पर गड़बड़ है पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी का गणित?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 2019 के आम चुनाव से पहले 16वीं लोक सभा के अपने आख़िरी भाषण में भी कांग्रेस और गांधी परिवार के कथित भ्रष्टाचार को जमकर निशाना बनाया.
उन्होंने अपने भाषण में कहा, "कांग्रेस के 55 साल और मेरे 55 महीने. वो सत्ताभोग के 55 साल हैं और हमारे 55 महीने सेवा भाव के 55 महीने हैं."
नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसे ही भाषण साल 2014 में चुनाव प्रचार के दौरान भी दिये थे और उन भाषणों में कांग्रेस और गांधी-नेहरू परिवार केंद्र में थे.
उस समय उनके शब्द थे, "आपने कांग्रेस को पूरे 60 साल दिये जिन्होंने देश को भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के अलावा कुछ नहीं दिया. देश का भविष्य सुधारने के लिए आप मुझे और बीजेपी को 60 महीने देकर देखें."
इन्हीं भाषणों में मोदी ने कहा था कि 'देश मुझे वो चौकीदार बनाये जो देश का धन किसी को लेकर भागने न दे'.
फिर 2014 में सत्ता में आने के बाद साल 2016 में अपने संसदीय भाषणों में भी प्रधानमंत्री मोदी ने वही बात दोहराई कि कांग्रेस ने 60 साल तक देश पर राज किया.
उन्होंने लोकसभा में ही कहा था, "अगर कांग्रेस ने ग़रीबों की मदद की होती तो 60 साल तक कांग्रेस का राज रहने के बाद ग़रीब लोग इतनी बुरी हालत में नहीं होते. कांग्रेस की ख़राब गवर्नेंस को भुलाया नहीं जा सकता."
पीएम नरेंद्र मोदी के भाषणों पर ग़ौर करें तो ऐसा लगता है कि उनके लिए कांग्रेस के कार्यकाल की मियाद बदलती रहती है.
नरेंद्र मोदी ही नहीं, पार्टी के अन्य बड़े नेताओं समेत बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह भी कह चुके हैं कि कांग्रेस ने भारत पर 70 साल तक राज किया है.
लेकिन ये सभी लोग तथ्यात्मक रूप से ग़लत हैं, क्योंकि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार कांग्रेस ने 54 साल, 4 महीने और 27 दिन भारत की सरकार चलाई है. इस अवधि में वो 26 दिन भी शामिल हैं जब गुलज़ारी लाल नंदा देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री रहे थे.
अगर कांग्रेस के कार्यकाल में ही उनके सहयोग से चलीं सरकारों की कालावधि (2 साल 10 महीने) को जोड़ दें तो भी यह 56 साल और 2 महीना ही होता है.
कांग्रेस की सरकारें
- 15 अगस्त 1947 को भारत की आज़ादी के साथ ही पंडित जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे.
- उसके बाद कुल मिलाकर 29 साल, 7 महीने और 9 दिन (1947 से 1977 तक) कांग्रेस पार्टी की सरकार ने देश पर राज किया.
- इस दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू, गुलज़ारी लाल नंदा, लाल बहादुर शास्त्री और उनके बाद इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री रहीं.
- भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी 24 जनवरी 1966 को पहली बार पीएम बनी थीं. उनका पहला कार्यकाल 24 मार्च 1977 को समाप्त हुआ था.
- 14 जनवरी 1980 को इंदिरा गांधी एक बार फिर भारत की प्रधानमंत्री बनीं और 31 अक्तूबर 1984 को उनकी हत्या होने तक वो पीएम पद पर थीं.
- इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके बेटे राजीव गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया जिनका कार्यकाल 2 दिसंबर 1989 तक रहा.
- कांग्रेस की सरकार 1991 में एक बार फिर लौटी, जब 21 जून को पी.वी नरसिम्हा राव को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया. वो 4 साल 10 महीने और 26 दिन तक भारत के प्रधानमंत्री रहे.
- और कांग्रेस की सबसे हालिया सरकार, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार रही जिसने देश पर 10 साल और 4 दिन राज किया.
- कांग्रेस पार्टी ने साल 2004 और 2009 में लोक सभा चुनाव जीतने के बाद रिज़र्व बैंक के गवर्नर रह चुके मनमोहन सिंह को देश का प्रधानमंत्री बनाया था.
कांग्रेस के समर्थन वाली सरकारें
28 जुलाई 1979 में कांग्रेस के समर्थन से जनता पार्टी (सेक्युलर) ने बेहद छोटी अवधि के लिए भारत की सरकार चलाई थी. इस सरकार में 170 दिनों के लिए चौधरी चरण सिंह भारत के प्रधानमंत्री रहे थे.
छोटे समय के लिए कांग्रेस के समर्थन से एक ऐसी ही सरकार का निर्माण 1990 में समाजवादी जनता पार्टी ने भी किया था. इस सरकार की कमान चंद्रशेखर के हाथ में थी.
चंद्र शेखर 10 नवंबर 1990 से लेकर 21 जून 1991 (223 दिन) तक भारत के प्रधानमंत्री रहे.
साल 1996 में 13 दलों के गठबंधन वाले जनता दल (युनाइटेड फ़्रंट) ने कांग्रेस के समर्थन से अल्पमत की सरकार बनाई थी. बाद में कांग्रेस ने देवगौड़ा के नेतृत्व वाली इस सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
1997 में देवगौड़ा की सरकार जाने के बाद इंद्र कुमार गुजराल इस सरकार में प्रधानमंत्री बने थे. हालांकि कांग्रेस ने उनकी भी सरकार ज़्यादा वक़्त तक चलने नहीं दी थी.
इंद्र कुमार गुजरात 332 दिनों के लिए देश के प्रधानमंत्री रहे थे और 19 मार्च 1998 में उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था.
कांग्रेस के समर्थन वाली इन सरकारों की कालावधि क़रीब 2 साल 10 महीना थी.
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