होश में आया पाकिस्तान !
पुलवामा हमला: पाकिस्तान ने हाफ़िज़ सईद के संगठन जमात-उद-दावा पर लगाया प्रतिबंध
पाकिस्तान ने भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए हमले के बाद हाफ़िज़ सईद के संगठन जमात-उद-दावा पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है.
पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने जमात-उद-दावा से जुड़े संगठन फ़लाह-ए-इंसानियत पर भी प्रतिबंध लगाने की बात कही है.
पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया है कि गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई बैठक में नेशनल ऐक्शन प्लान की विस्तार से समीक्षा की गई.
इस बैठक के बाद ये फ़ैसला लिया गया कि पाकिस्तानी गृह मंत्रालय जमात-उद-दावा और फ़लाह-ए-इंसानियत पर प्रतिबंध लगाएगा.
जमात-उद-दावा पाकिस्तान के चरमपंथी नेता हाफ़िज सईद का संगठन है.
पुलवामा हमले के बाद तेज़ होती राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने गुरुवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक की.
बैठक में हिस्सा लेने वालों ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की रणनीति और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति जैसे मसलों पर चर्चा की.
इस बैठक में कही गई कुछ प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
- पुलवामा हमले में पाकिस्तान की किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं है.
- इस हमले की योजना भारत प्रशासित कश्मीर में ही बनाई गई थी और इसे अंजाम भी वहीं दिया गया.
- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी की गई एक प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार पुलवामा हमले की निष्पक्ष जांच चाहती है. इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ आतंकवाद और बाकी विवादित मुद्दों पर बातचीत का प्रस्ताव भी रखा है.
- पाकिस्तान का कहना है कि वो भारत की ओर से इन प्रस्तावों के सकारात्मक जवाब का इंतज़ार करेगा. पाकिस्तान का ये भी कहना है कि अगर कोई ऐसा ठोस सबूत मिलता है जिससे ये साबित किया जा सके कि उसकी ज़मीन का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है, तो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.
- प्रेस रिलीज़ में कहा है कि इन सबके बावजूद भारत को इस बारे में भी आत्मावलोकन करना चाहिए कि भारत प्रशासित कश्मीर के लोगों के मन से मौत का डर क्यों ख़त्म हो गया है.
- पाकिस्तान का कहना है कि कश्मीर में भारत जिस तरह से बलप्रयोग कर रहा है, उसका उल्टा असर पड़ रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बहुत वक़्त से लंबित कश्मीर को हल करने में मदद करनी चाहिए. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर मसले का ऐसा हल सुझाना चाहिए जो संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों और कश्मीर के लोगों की इच्छा का सम्मान करे.
ये नया पाकिस्तान है: इमरान ख़ान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा, ''ये नया पाकिस्तान है और हम अपने देश के लोगों को ये दिखा देना चाहते हैं कि हम उनकी रक्षा करने में समर्थ हैं.''
उन्होंने कहा, "हम ये मानते हैं कि इस क्षेत्र में आतंकवाद और चरमपंथ सबसे ज्वलंत मुद्दे हैं और पूरा पाकिस्तान इससे पीड़ित रहा है. इन वजहों से अकेले पाकिस्तान में 70,000 लोगों की जान गई और ये बड़ी राष्ट्रीय क्षति है. यही वजह है कि साल 2014 में जारी किए गए नेशनल ऐक्शन प्लान में पाकिस्तान की सभी राजनीतिक पार्टियों और संस्थाओं की आम सहमति के अनुसार इस बारे में दिशानिर्देश तय किए गए हैं.''
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए इमरान ने कहा, ''चूंकि आतंकवाद और चरमपंथ जैसे मुद्दे सीधे पाकिस्तान को निशाना बनाते हैं, हमें ये सुनिश्चित करना होगा ये दोनों ही हमारे समाज से निकाल दिए जाए हैं. हमें ये सुनिश्चित करना होगा हमारा समाज और देश कभी चरमपंथियों के हाथों में न आए.''
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'भारतीय कार्रवाई का कड़ा जवाब दे पाकिस्तान की सेना'
इमरान ख़ान ने पाकिस्तान के गृह मंत्रालय और सुरक्षा संस्थानों को ज़मीनी कार्रवाई तत्काल प्रभाव से तेज़ करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के सशस्त्र सुरक्षाबलों को भारत की ओर से होनी वाली किसी भी तरह की कार्रवाई का कड़ा जवाब देने को कहा है.
पुलवामा में 14 फ़रवरी को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर लेथपोरा के पास चरमपंथियों ने आईईडी धमाका कर सीआरपीएफ़ के काफिले को निशाना बनाया.
इसमें सीआरपीएफ़ के 40 जवान मारे गए थे और कई घायल हुए थे. प्रतिबंधित चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने हमला करने का दावा किया था.
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