मिलिए बिहार के दूसरे माउन्टेन मैन से !माउन्टेन मैन यानी दशरथ मांझी ,यानी जब तक तोड़ेंगे नहीं ,तब तक छोडेंगे नहीं के फार्मूले पर चल कर बीपीएससी में बड़ी कामयाबी पाते हुए डीएसपी के लिए चयन पाने वाले गए सद्दाम हुसैन से ।


कहते हैं सच्ची लगन हो , बड़ा हौसला हो , पत्थर सा जिगर हो तो दुनिया की कोई ताक़त आपको लक्ष्य की प्राप्ति से रोक नही सकता , चाहे आपका लक्ष्य का स्वरुप कुछ भी हो ।
बिहारशरीफ के खासगंज के लाल सद्दाम हुसैन ,बीपीएससी 60 वीं-62 वीं परीक्षा में जिस तरह से बड़ी कामयाबी पाते हुए डीएसपी जैसे प्रतिष्ठित ओहदे को पाया है ।
परिचय
नाम- सद्दाम हुसैन, जन्म तिथि 02-12-1984 पिता का नाम स्व.ताज मोहमद (बिहार सरकार की नौकरी से सेवानिवृत्त) 2 भाई, 3 बहन , भाइयों में सबसे छोटे
मैट्रिक 1999, सर्वोदय हाई स्कूल
इंटर 2001 साइंस , किसान  
कॉलेज बिहारशरीफ

ग्रेजुएशन - 2005 ऑनर्स  किसान कॉलेज

              तैयारी करने में सबसे बड़ी रुकावट -प्रोपर गाइडेंस की कमी ।

                कामयाबी के पीछे सबसे बड़ा हाथ - बड़े भाई  जमाल मुस्तफा ।
------------------------------------------------------------------------------------जनाब सद्दाम को यह कामयाबी, कड़ी मेहनत ,मजबूत इरादों, सच्ची लगन,घर,समाज और देश के लिए कुछ कर गुजर जाने की चाहत ने  ही दिलाया है ।


अगर इरादा चट्टानी न होता, लक्ष्य छोटा होता तो BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा में बार  बार नही बैठते ।
यहां यह बता देना जरूरी है कि जनाब सद्दाम को यह कामयाबी 7 वीं बार में मिली है ।
इन्हें बीपीएससी 60 वीं -62 वीं परीक्षा में 127 रैंक है और इन्हें डीएसपी के लिए चुना गया है ।
मिडिल क्लास फैमिली से संबंध रखने वाले सद्दाम को 3 बहन और दो भाई है । भाइयों में यह सबसे छोटे हैं ।



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