लद्दाख में भिड़ गए भारतीय और चीनी सैनिक: प्रेस रिव्यू
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच संघर्ष की ख़बर है.
अख़बार ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि बुधवार को पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिक भिड़ गए और उनमें काफ़ी देर तक धक्का-मुक्की होती रही.
यह घटना 134 किलोमीटर लंबी पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर हुई, जिसका दो तिहाई हिस्सा चीन के नियंत्रण में है.
रिपोर्ट के मुताबिक़, ''भारतीय सैनिक गश्त पर थे जब उनका सामना चीनी पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों से हो गया. चीनी सैनिकों ने इस क्षेत्र में भारतीय सैनिकों की मौजूदगी का विरोध किया और फिर दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की होने लगी. इसके बाद दोनों देशों ने यहां अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी. देर शाम तक यह संघर्ष जारी था."
अख़बार ने भारतीय सेना के हवाले से लिखा है कि तनाव के बाद भारत और चीन ब्रिगेडियर स्तर की द्विपक्षीय बातचीत को तैयार हो गए हैं.
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चिन्मयानंद मामला: छात्रा के जुटाए सबूत ग़ायब
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली लड़की ने उनके ख़िलाफ़ जो सबूत जुटाए थे, उनमें से कुछ उनके हॉस्टल के कमरे से ग़ायब हो गए हैं.
लड़की के पिता ने अख़बार से कहा, "मेरी बेटी ने चिन्मयानंद का एक वीडियो कैमरे वाले चश्मे से बनाया था. उसने वो चश्मा हॉस्टल के कमरे में रखा था लेकिन सोमवार को जब कमरा खोला गया तो वो चश्मा कमरे से ग़ायब था."
लड़की के पिता का कहना है कि वो इस बारे में विशेष जांच दल (एसआईटी) को लिख रहे हैं ताकि उसे सबूतों से छेड़छाड़ का पता चल सके.
लड़की के पिता ने कहा, "इससे पहले अपनी शिकायत में मैंने एसआईटी से अपनी बेटी का कमरा सील करने की गुज़ारिश की थी. मेरी अपील के दो दिन बाद पुलिस ने वो कमरा सील कर दिया था. मेरी बेटी के जुटाए सबूत, उसकी एक दोस्त ने एक पेन ड्राइव में एसआईटी को सौंप दिए हैं."
लड़की के पिता का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब कथित तौर पर चिन्मयानंद के कुछ आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं.
कश्मीर: संयुक्त राष्ट्र का दखल से इनकार
जनसत्ता में छपी ख़बर के अनुसार संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर मसले पर मध्यस्थता करने की पाकिस्तान की गुज़ारिश को ठुकरा दिया है.
संयुक्त राष्ट्र ने साफ़ तौर पर कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता को लेकर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेश के प्रवक्ता स्टीफ़न दुजारिक ने एक बयान जारी करके कहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा है और दोनों देशों के प्रतिनिधियों को इसे आपसी बातचीत के जरिए ही सुलझाना होगा.
पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की गुज़ारिश कर चुका है.
अख़बार लिखता है कि फ़्रांस में हुई जी-7 की बैठक में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने इस बारे में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी से अलग-अलग बात करके अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया था.
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संघ करेगा अपनी 'आधुनिकता का बखान'
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जल्दी ही एक किताब के ज़रिए बताएगा कि उसकी सोच रूढ़िवादी नहीं बल्कि आधुनिक है.
नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार संघ के प्रचाकर सुनील आंबेकर ने इस मद्देनज़र एक किताब लिखी है जिसका नाम है- RSS : Roadmap for the 21st century.
संघ प्रमुख मोहन भागवत आगामी एक अक्टूबर को इस किताब का विमोचन करेंगे.
किताब के लेखक सुनील आंबेकर ने कहा, "इस किताब के जरिए हम बता रहे हैं कि संघ भूतकाल में नहीं जीता बल्कि भूतकाल से सीखता है, जो अहम है. साथ ही संघ नई चीजें स्वीकारने के लिए खुला है."
आंबेकर ने कहा कि इस किताब के जरिए परिवार के बारे में आरएसएस की सोच को बताया गया है कि संघ का मानना है कि घर के कामों में महिलाओं और पुरुष दोनों की भागीदारी होनी चाहिए.
आंबेकर के मुताबिक़, "यह सवाल उठते रहे हैं कि हिंदू राष्ट्र में मुसलमानों का क्या होगा? लेकिन हम किताब के जरिए यह भी बता रहे हैं कि संघ से बढ़ने से किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है. संघ सबमें समानता ढूंढ रहा है."
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खट्टर बोले, 'तेरी गर्दन काट दूंगा'
इन दिनों हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
वीडियो में खट्टर उन्हें मुकुट पहनाकर उनका स्वागत करने वाले अपने ही पार्टी के एक कार्यकर्ता को फरसा दिखाते हुए कह रहे हैं, 'गर्दन काट दूंगा तेरी.'
उनके नाराज़गी जताने पर पार्टी कार्यकर्ता उनसे हाथ जोड़कर माफ़ी मांगते नज़र आ रहे हैं.
जनसत्ता में छपी ख़बर के अनुसार ये वीडियो हिसार में 'जन आशीर्वाद यात्रा' का है.
इस वीडियो को लेकर कांग्रेस समेत प्रमुख विपक्षा पार्टियां खट्टर पर सवाल उठा रही हैं.
विवादों में आने के बाद उन्होंने सफ़ाई देते हुआ कहा है, "हमने पांच साल पहले चांदी और सोने के मुकुट की परंपरा को बंद किया था इसलिए मुझे बिना बताए अगर कोई मुकुट पहनाएगा तो मुझे गुस्सा आएगा ही."
खट्टर ने कहा, "ये कांग्रेस की संस्कृति है, इसे हम अपनी पार्टी में नहीं आने देंगे. अच्छा हुआ एक कांग्रेसी ने ही इसे ट्वीट किया है, यह ट्वीट उनके ही गले का हार बनेगा."
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