दिल्ली के रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में लगी आग, 30 से ज़्यादा मरे
दिल्ली के रानी झांसी रोड स्थित अनाज मंडी में आग लगने की वजह से कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है.
घायलों को लोक नायक अस्पताल में भर्ती किया गया है. एलएनजेपी अस्पताल की डॉक्टर रितु सक्सेना ने बीबीसी को बताया है कि मरने वालों का आंकड़ा 34 पहुंच गया है.
एक पुलिसकर्मी ने अपना नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर बीबीसी को बताया है कि हताहत होने वालों में अधिकतर लोग 15 से 20 आयुवर्ग के किशोर हैं.
इस पुलिसकर्मी ने यह जानकारी भी दी है कि जिस इमारत में आग लगी उसमें प्लास्टिक के खिलौने बनाने का काम किया जाता था.
फ़ायर ब्रिगेड की करीब 25 गाड़ियां अभी मौके़ पर मौजूद हैं. दिल्ली दमकल विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया है कि उनकी टीम ने अभी तक 50 से अधिक लोगों को बचाया है.
आग पर काबू पाया गया
दमकल विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि घनी आबादी वाला इलाका होने की वजह से बचाव कार्य में परेशानियां आई हैं. उन्होंने बताया, ''संकरी गली होने की वजह से फ़ायर ब्रिगेड की गाड़ी या एंबुलेंस अंदर तक नहीं जा सकी. इसलिए बचावकर्मी घायलों को अपने कंधों पर उठाकर बाहर लेकर आए.''
अतुल गर्ग ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी है उसमें काफी ज़्यादा मात्रा में कागज़ और गत्ते रखे हुए थे जिसके चलते धुआं पैदा हो गया, धुएं की वजह से लोगों को बचाने में और अधिक परेशानी हुई है.
सर्च ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी है कि अब आग पर क़ाबू पा लिया गया है, तलाशी अभियान भी पूरा हो गया है. अधिकारी ने बताया कि अब मदद के लिए एमसीडी को बुलाया गया है.
नेता और मंत्री मौक़े पर पुहंचे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, ''दिल्ली की अनाज मंडी में लगी आग की घटना बहुत भयावह है. मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया. मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की आशा करता हूं. प्रशासन की तरफ से हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है.''
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इस घटना को बहुत दुखद बताया है.
बल्लीमारान विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक इमरान हुसैन भी आग लगने वाली जगह पर पहुंच चुके हैं. उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि वो आग लगने की वजहों का पता लगवाएंगे साथ ही उन्होंने इसकी जांच करवाने की बात भी कही है.
उन्होंने कहा, ''यह पुरानी दिल्ली है जहां बहुत ही संकरी गलियां हैं और मकान भी आपस में जुड़े रहते हैं.'' जब उनसे पुरानी दिल्ली के मकानों में चलने वाली अवैध फ़ैक्ट्रियों के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इसकी ज़िम्मेदारी एमसीडी की है, जो भी अवैध फैक्ट्रियां होंगी उनके ख़िलाफ़ जांच की जाएगी.
इसके साथ ही दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौक़े पर पहुंचे हैं.
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