नागरिकता संशोधन क़ानून को वापस लेना पड़ेगा नहीं तो बीजेपी को जाना पड़ेगाः ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन में न केवल केंद्र की बीजेपी की सरकार बल्कि प्रधानमंत्री को भी निशाने पर लिया.
उन्होंने कहा कि कैब को मिड नाइट में पास करा कर क़ानून बना दिया. लेकिन सीएबी इतना अच्छा है तो प्रधानमंत्री आपने वोट क्यों नहीं डाला.
ममता बोलीं, "प्रधानमंत्री संसद में थे लेकिन वोट नहीं डाले तो इसका मतलब ये है कि आप भी इसे सपोर्ट नहीं करते. अगर नहीं सपोर्ट करते तो इसको ख़ारिज कर दीजिए."
ममता ने बीजेपी सरकार पर मूलभूत बातों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, "प्याज़ का भाव दो सौ रुपये है, बेरोज़गारी बढ़ रहा है, इंडस्ट्री बंद हो रहे हैं, रुपये की कीमत गिर रही है... लेकिन सरकार सबको छुपाने के लिए एक बिल लेकर आ गई है. जो भी इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहा है उसे वो देशद्रोही बोल दे रहे हैं."
ऐसा करने वाले आप कौन हैं?
ममता ने कहा कि आज़ादी के समय बीजेपी नहीं थी फिर वो कैसे यह तय कर सकती है कि कौन देश का नागरिक रहेगा और कौन नहीं.
उन्होंने कहा, "आप आज़ादी के आंदोलन में नहीं थे, आपकी पार्टी का जन्म 1980 में हुआ था. आप गांधी, नेहरू, पटेल, आज़ाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस के साथ नहीं थे. आप पांच साल सत्ता में रहने के बाद यह तय करेंगे कि कौन नागरिक रहेगा और कौन नहीं..."
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"एक नागरिक के तौर पर हम पूछें कि आप कौन हैं हमें हमारी मां का जन्मप्रमाण पत्र देना पड़ा तो आपको भी देना पड़ेगा. आप यह तय कर लें कि आपके पास सब प्रमाणपत्र हैं या नहीं? हम हमारी मां का प्रमाणपत्र नहीं दे सकेंगे. क्या हम गुजरात, यूपी में छानबीन करें? त्रिपुरा में नहीं करोगे, आपकी सरकार है. असम में कुछ बोलते हैं, कुछ और करते हैं. पूर्वोत्तर राज्य, बिहार, दिल्ली, यूपी सब जल रहा है. कभी लट्टू, कबड्डी, फ़ुटबॉल नहीं खेला और बीजेपी बड़ा खिलाड़ी बन गई. बीजेपी को कोई नहीं चाहता है. 38 फ़ीसदी वोट मिला, 62 फ़ीसदी ख़िलाफ़ है."
'लोकतंत्र मजबूत है, मजबूर नहीं'
ममता ने कहा, "हम क्या खाना खाएंगे यह भी बीजेपी तय कर रही है. एयर इंडिया में आज से पहले कभी ऐसा नहीं था, अब सिर्फ़ शाकाहारी खाना मिलता है."
उन्होंने कहा कि, "अब वक्त आ गया है, हिंदुस्तान का लोकतंत्र मजबूत है, मजबूर नहीं. हिंदुस्तान रहेगा, हर आदमी एक साथ काम करेगा. अगर हिंदुस्तान का हर प्रांत एक साथ हो जाए बीजेपी कितने लोगों को जेल में भरेगी. यूपी में जब कल किसी की गोली में मौत हो गई तो यूपी के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि और गोली मारना चाहिए. इन्हें शर्म नहीं है."
"हमारे इतिहासकार रामचंद्र गुहा गांधी की तस्वीर लेकर निकले थे, उनकी बेइज्ज़ती की गई. इनको शर्म नहीं आती."
आप कितने लोगों को गोली मारेंगे?
"अटल बिहारी वाजपेयी राजधर्म की बात करते थे. आप देश की सत्ता पर बैठे हैं और देश में आग लग रही है. आज राजधर्म का पालन नहीं करने वाले सत्ता में हैं. ये कहते हैं, सबको हटा देंगे, सबको गोली मार देंगे. कितने लोगों को गोली मारेंगे? अगर इस आंदोलन के लिए कोई अन्याय हमने किया है तो आप हमें गोली मारें, आम लोगों को नहीं. हम एक साथ रहते हैं, एक साथ पर्व त्योहार मनाते हैं, उठते बैठते हैं."
"देश की आज़ादी के वक्त गांधी जी ने हिंदू-मुसलमानों को शांत किया था. ये लोग डराते हैं, देश को जलाते हैं, बदनाम करते हैं, देश को अशांत करते हैं, एक फेंकू नेटवर्क बनाया गया है. उसमें बहुत रुपए देकर ग़लत वीडियो बनाते हैं, आपको उकसाते हैं. वो चाहते हैं कि एक धर्म को अलग से बना दो. हम नहीं होने देंगे. बीजेपी समझो, हमारा कोई भाई बहन अलग नहीं है. हम एक साथ लड़ेंगे, कामयाब होंगे."
अंत में ममता ने कहा कि अगर बीजेपी ने नागरिकता संशोधन क़ानून को वापस नहीं लिया तो उसे जाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, "आप हमसे पूछते हैं कि हम देश के सिटीजन हैं या नहीं, हम आपसे पूछते हैं कि क्या आप देश के सिटीजन बनने लायक भी हैं क्या? हम हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, हर धर्म का सम्मान करते हैं. नो कैब, नो क़ा, नो एनआरसी... नागरिकता संशोधन क़ानून को वापस लेना पड़ेगा नहीं तो बीजेपी को वापस जाना पड़ेगा."
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