पाकिस्तान ने चीन से बंद कीं सारी उड़ानें - अब तक की बड़ी ख़बरें !
पाकिस्तान ने कोरोना वायरस को देखते हुए चीन से उड़ान बंद कर दी है. चीन में अब तक कोरोना वायरस से 170 लोगों की मौत हो चुकी है.
पाकिस्तान की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने अपने फ़ैसले में कहा, ''पाकिस्तान और चीन के बीच सभी उड़ान तत्काल प्रभाव से बंद कर दी गई है. फ़िलहाल दो फ़रवरी तक कोई फ्लाइट चीन और पाकिस्तान के बीच नहीं जाएगी.
पाकिस्तानी अख़बार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार पाकिस्तान के क़रीब 500 छात्र चीन में पढ़ाई कर रहे हैं. चीन में रह रहे कुल पाकिस्तानियों की संख्या 28 से 30 हज़ार के बीच है और इनमें से ज़्यादा छात्र ही हैं.
पाकिस्तान के सिविल एविएशन अथॉरिटी के सचिव अब्दुल सत्तार खोखर ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से इसकी पुष्टि है. सत्तार ने कहा कि तारीख़ की समीक्षा की जाएगी. खोखर ने डॉन अख़बार से कहा, ''पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस चीन से दो उड़ान संचालित करता है और दोनों को निलंबित कर दिया गया है.''
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर मुठभेड़, तीन चरमपंथियों की मौत
आपको ये भी रोचक लगेगा
जम्मू-कश्मीर में पुलिस का कहना है कि जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर एक टोल प्लाज़ा के पास एक मुठभेड़ में तीन चरमपंथी मारे गए हैं.
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग़ सिंह ने पत्रकारों को बताया कि मुठभेड़ की जगह के पास छह हथियार बरामद हुए हैं जिनमें एक स्नाइपर राइफ़ल शामिल है.
जम्मू स्थित पत्रकार मोहित कंधारी ने बीबीसी को बताया कि पुलिस की शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार अर्धसैनिक बलों ने श्रीनगर जा रहे एक ट्रक को सुबह 5.30 से 5.45 बजे के बीच बान टोल प्लाज़ा के पास रोका और जैसे ही वे जाँच करने गए तो ट्रक के भीतर से बंदूधारियों के एक समूह ने गोलियाँ चलानी शुरु कर दीं जिसके बाद मुठभेड़ शुरु हो गई.
एक पुलिस प्रवक्ता के अनुसार ट्रक के ड्राईवर और कंडक्टर को गिरफ़्तार कर लिया गया है और इलाक़े में तलाशी की जा रही है.
मुठभेड़ शुरु होने के बाद नेशनल हाईवे पर यातायात रोक दिया गया और हज़ारों यात्री बीच सफर में ही फँस गए.
संसद का बजट सत्र शुरू
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ ही गुरुवार से संसद का बजट सत्र शुरू हो गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया.
इससे पहले गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई थी. सर्वदलीय बैठक में नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी को लेकर काफ़ी तल्खी रही.
ऐसे में बजट सत्र में भी संसद में काफ़ी तल्खी रह सकती है. एनआरसी और सीएए को लेकर एनडीए की सहयोगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और कई मौक़ों पर मोदी सरकार का साथ दे चुकी बीजेडी भी अब ख़िलाफ़ है.
अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, ''यह दशक भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस दशक में, हमारी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होंगे. मेरी सरकार के प्रयासों से पिछले पाँच वर्षों में इस दशक को भारत का दशक और इस सदी को भारत की सदी बनाने की मजबूत नींव रखी जा चुकी है.''
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा, ''हमारा संविधान, इस संसद और इस सदन में उपस्थित प्रत्येक सदस्य से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए देशवासियों की आशाओं-आकांक्षाओं की पूर्ति करने और उनके लिए आवश्यक क़ानून बनाने की अपेक्षा भी रखता है. मुझे प्रसन्नता है कि पिछले 7 महीनों में संसद ने काम करने के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. इस लोकसभा के पहले सत्र में, सदन द्वारा कार्य निष्पादन, पिछले सात दशकों में एक नया रिकॉर्ड रहा है.''
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के दौरान विपक्ष ने एक वक़्त आपत्ति भी जताई. रामनाथ कोविंद ने जब कहा, ''मुझे प्रसन्नता है कि संसद के दोनों सदनों ने नागरिकता संशोधन क़ानून बनाकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है.'' इस बात को लेकर विपक्ष ने शोर किया लेकिन सत्ता पक्ष की ओर से ताली बजाई गई.
कोविंद ने कहा, ''मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए, विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक क]दम उठाने का भी आग्रह करता हूं.''
राष्ट्रपति ने कहा, ''मेरी सरकार यह स्पष्ट करती है कि भारत में आस्था रखने वाले और भारत की नागरिकता लेने के इच्छुक दुनिया के सभी पंथों के व्यक्तियों के लिए जो प्रक्रियाएं पहले थीं, वे आज भी वैसी ही हैं.''
उन्होंने कहा, ''किसी भी पंथ का व्यक्ति इन प्रक्रियाओं को पूरा करके, भारत का नागरिक बन सकता है. शरणार्थियों को नागरिकता देने से किसी क्षेत्र और विशेषकर नॉर्थ ईस्ट पर कोई सांस्कृतिक प्रभाव न पड़े, इसके लिए भी सरकार ने कई प्रावधान किए हैं.''
राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि विरोध के नाम पर हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
सर्वदलीय बैठक में कई राज्यों ने शिकायत की है कि उन्हें जीएसटी का अफना हिस्सा नहीं मिल रहा है. बीजेडी नेता पिनाकी मिश्र ने आरोप लगाया कि राज्यों का हिस्सा नहीं दिया जा रहा है और उन्हें दिल्ली आने पर मजबूर किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बैठक के बीच में आए थे. उन्होंने विपक्षी पार्टियों से आग्रह किया कि देश की अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मिलकर काम करने की ज़रूरत है. पीएम ने ये भी कहा है कि वो संसद में हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि बजट सत्र में 45 बिल और दो अध्यादेश पास होने हैं.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक , ट्विटर , इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं. )
Comments