दिल्ली में हिंसा पर बांग्लादेश-पाक का बयान- पाँच बड़ी ख़बरें


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बांग्लादेश के गृह मंत्री असद-उज़-ज़मां ख़ान ने कहा है कि मुल्क में सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं है.
शनिवार को बांग्लादेश के पश्चिमी ज़िले चौदंगा में दर्शना पुलिस स्टेशन के उद्घाटन के मौक़े पर ख़ान ने कहा, ''भारत की राजधानी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे का असर बांग्लादेश में बिल्कुल नहीं होगा. क़ानून-व्यवस्था बनाने वाली एजेंसियां पूरी तरह से मुस्तैद हैं.''
दूसरी तरफ़ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगे को राज्य प्रायोजित बताया है. इमरान ख़ान ने कहा कि मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा से भारत में 20 करोड़ मुसलमानों के बीच अतिवाद को बढ़ावा मिलेगा. इमरान ख़ान ने ट्वीट कर कहा कि भारत में मुसलमानों के बीच अतिवाद उसी तरह से बढ़ेगा जैसा कश्मीर में युवाओं के बीच है.
इमरान ख़ान ने अपने ट्वीट में कहा है, ''मेरी आशंका है कि अगर विश्व समुदाय ने भारत में जो चीज़ें चल रही हैं उनमें हस्तक्षेप नहीं किया तो इसके नतीजे न केवल इस इलाक़े के लिए विनाशकारी साबित होंगे बल्कि पूरी दुनिया के लिए होंगे.'' इस हफ़्ते दूसरी बार है जब इमरान ख़ान ने दिल्ली में हुई हिंसा पर बयान दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की जान जा चुकी है. बांग्लादेश में तो दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं. ढाका में इस प्रदर्शन के दौरान इस्लामिक पार्टियों ने भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को शेख मुजीबुर रहमान की सौवीं जयंती पर बुलाने के लिए भेजे गए आमंत्रण को रद्द करने की माँग की है. शेख मुजीबुर रहमान की सौवीं जयंती पर कई बड़े आयोजन मार्च के दूसरे हफ़्ते में शुरू हो रहे हैं.
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी है कि अगर सरकार ने पीएम मोदी को भेजा आमंत्रण वापस नहीं लिया तो भारतीय प्रधानमंत्री के आने पर ढाका एयरपोर्ट पर वे विरोध करेंगे. हिफ़ाजत-ए-इस्लाम के उपाध्यक्ष नूर हुसैन कासमी ने कहा है, ''बैठक के बाद अगले विरोध-प्रदर्शन की घोषणा की जाएगी.'' हालांकि बांग्लादेश की सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग के महासचिव और बांग्लादेश के सड़क परिवहन मंत्री ओबैदुल क़ादर ने कहा था कि 'दिल्ली में हिंसा भारत का आंतरिक मामला है.'
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चीन में कोरोना से 35 और मौतें

चीन में कोरोना वायरस के चलते 35 और मौतें हुई हैं. इसके साथ ही यहां वायरस की चपेट में आने वालों में 573 नए मामले सामने आए हैं.
चीन अब तक कोरोना वायरस के क़रीब 80,000 मामले सामने आ चुके हैं और 2000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है.
वायरस के बढ़े प्रकोप और दुनिया के कई देशों से सीमाएं बंद होने के बाद चीन की अर्थव्यवस्था को भी काफ़ी नुक़सान झेलना पड़ रहा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक़, दुनिया के करीब 57 देशों में कोरोना वायरस का प्रकोप फैला है और दुनिया भर में क़रीब 85,000 मामले अब तक सामने आ चुके हैं.
वहीं, अमरीका में भी कोरोना वायरस के चलते मौत का पहला मामला सामने आया है.
मरने वाले शख़्स की उम्र 50 साल से अधिक बताई जा रही है. अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि लोगों को घबराने की ज़रूरत नहीं है, अमरीका हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार है.
अमरीका ने अपने नागरिकों से ईरान, इटली और दक्षिण कोरिया जैसे अधिक ख़तरे वाले देशों में न जाने की अपील की है.
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आज़म ख़ान की याचिका ख़ारिज
उत्तर प्रदेश के रामपुर की एक अदालत ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान की उस याचिका को ख़ारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने तीन मार्च तक रामपुर जेल में रखे जाने की मांग की थी.
शनिवार को आज़म ख़ान, उनकी पत्नी और बेटे को अदालत में पेश किया गया. उनके ख़िलाफ़ 59 मामले दर्ज हैं, जिन पर सुनवाई होनी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अदालत ने शनिवार को कुल 12 मामलों में सुनवाई की और एक मामले में उनकी ज़मानत मंज़ूर की. कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख़ तीन मार्च तय की है.
बुधवार को रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद आज़म ख़ान को उनकी पत्नी और बेटे सहित सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
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नैनीताल: हॉस्टल में बिजली गिरी, पांच छात्राएं ज़ख़्मी
उत्तराखंड के नैनीताल में एक हॉस्टल में बिजली गिरने से पांच छात्राएं ज़ख़्मी हो गई हैं. छात्राओं को बीडी पांडेय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हॉस्टल की वार्डन राधा बद्री के मुताबिक़, पाँच में से तीन लड़कियों की हालत गंभीर थी. हालांकि अब पाँचों छात्राओं की हालत स्थिर बताई जा रही है.
उन्होंने बताया, ''छात्राओं ने फ़ोन करके मुझे इसकी जानकारी दी कि हॉस्टल में कुछ हुआ है जिससे पांच लड़कियां घायल हो गई हैं. जब मैं हॉस्टल पहुंची तो देखा कि बिजली गिरने की वजह से कुछ बच्चियां बेहोशी की हालत में मिलीं. मैंने एंबुलेंस बुलाई और उन्हें तत्काल अस्पताल ले गई.''
अस्पताल के मुताबिक, सभी लड़कियां अब ख़तरे से बाहर हैं. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है.
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डॉ. कफ़ील ख़ान की पत्नी ने हाईकोर्ट को लिखी चिट्ठी
भड़काऊ भाषण के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत हिरासत में लिए गए डॉ. कफ़ील ख़ान की पत्नी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर पति की सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने दावा किया है कि उनकी ज़िंदगी को ख़तरा हो सकता है.
डॉ. कफ़ील ख़ान पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.
फ़िलहाल वो मथुरा जेल में बंद हैं. उनकी पत्नी ने चीफ़ जस्टिस को लिखे पत्र में कहा, ''मैं उनसे मिलने मथुरा जेल गई थी. उन्होंने मुझे बताया कि जब उन्हें गिरफ़्तार कर जेल में लाया गया तो पांच दिनों तक खाना नहीं दिया गया. एक छोटी सी बैरक में 100-150 लोगों को रखा गया है. उनकी ज़िंदगी वहां ख़तरे में पड़ सकती है.''
डॉ. कफ़ील ख़ान को बीते महीने उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने मुंबई गिरफ़्तार किया था. उन पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा था.
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