क्या होता है लॉकडाउन?


लॉकडाउन एक इमर्जेंसी व्यवस्था है जिसके तहत निजी प्रतिष्ठानों, निजी कार्यालयों एवं सार्वजनिक परिवहन को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाता है.
यानी लोगों के पास अपने घरों से निकलने की कोई ख़ास वजह होनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ़्रेंस में रविवार का बताया गया कि 'लॉकडाउन से लोगों को थोड़ी असुविधा ज़रूर होगी, लेकिन इसके पीछे जो नीयत है, उसे समझने की ज़रूरत है, यह सब अस्थाई है और महामारी से बचने के लिए इस तरीक़े को पूरी दुनिया अपना रही है.'
यूँ तो राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब और कर्नाटक में शनिवार को ही प्रदेश के अधिकांश क्षेत्र में नियमित लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई थी.
लेकिन रविवार शाम 22 राज्यों में आंशिक लॉकडाउन के आदेश आये.
इसके तहत दिल्ली, केरल और बिहार सोमवार सुबह 6 बजे से पूरी तरह बंद किये जा रहे हैं.







.... जिन्हें है हाथ धोने की 'सनक'

लॉकडाउन के दौरान क्या-क्या बंद रहेगा

सार्वजनिक परिवहन बंद रहेगा. पर कुछ राज्यों ने कहा है कि 25% सरकारी बसें चलेंगी.
सभी दुकानें, बड़े स्टोर, फ़ैक्ट्रियाँ, वर्कशॉप, दफ़्तर, गोदाम, साप्ताहिक बाज़ार बंद रहेंगे.
अगर किसी ज़िले की सीमा दूसरे राज्य से मिलती है, तो उसे सील किया जाएगा. यानी बॉर्डर सील होंगे.
एक राज्य से दूसरे राज्य को जोड़ने वाली बस और रेल सेवाएं रद्द कर दी जाएंगी. कंस्ट्रक्शन का काम रोक दिया जाएगा.
सभी धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम रद्द कर दिये जाएंगे. लोगों से अपील होगी कि वे घरों में ही रहें.
और ये सारी कवायद लोगों को एक-दूसरे के संपर्क में आने से रोकने के लिए ही की जा रही है.







दूर-दूर रहें, कोरोना से बचें

लॉकडाउन में खुला क्या-क्या रहेगा

भारत सरकार के अनुसार लॉकडाउन के दौरान पुलिस थाने, अस्पताल, अग्नि शमन विभाग, जेल, महत्वपूर्ण सरकारी दफ़्तर, खाद्यान एवं किराने की सरकारी दुकानें खुली रहेंगी.
लॉकडाउन के दौरान जीवन के लिए आवश्यक चीजें लेने की अनुमति होती है. इसलिए कुछ सुविधाओं को इसकी परिधि से बाहर रखा जाता है.
जैसे: बिजली-पानी, इंटरनेट, बैंकिंग एवं एटीएम की सुविधा जारी रहेगी. पोस्ट ऑफ़िस खुले रहेंगे. प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को काम करने दिया जाएगा.
पेट्रोल पंप और सीएनजी या एलपीजी पंप खुले रहेंगे. दवाओं की दुकानें खुली रहेंगी. डेयरी एवं डेयरी से संबंधित प्रतिष्ठान खुले रहेंगे.
किराना स्टोर से खाने-पीने का सामान ले सकेंगे. अधिकांश राज्य सरकारों आदेश दिया है कि जीवन के लिए ज़रूरी सामानों को अपने निकटतम स्थानों से ख़रीदें.
साथ ही यह भी कहा गया है कि इन आदेशों की अवमानना करने वालों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई होगी.
अगर बहुत ज़रूरी हो तो लॉकडाउन में निजी वाहन का प्रयोग किया जा सकता है. हालांकि बिना वजह बाहर घूमने पर सरकार कार्रवाई कर सकती है.आपात स्थिति में एंबुलेंस को भी बुला सकते हैं.







कोरोनावायरस के टीके का इंतज़ार

किन देशों में है लॉकडाउन?

चीन, डेनमार्क, अमरीका, ब्रिटेन, फ्रांस, आयरलैंड, इटली, न्यूजीलैंड, पोलैंड और स्पेन में लॉकडाउन जैसी स्थिति है.
चूंकि चीन में ही सबसे पहले कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला सामने आया था, इसलिए सबसे पहले वहाँ लॉकडाउन किया गया.
इटली में मामला गंभीर होने के बाद वहाँ के प्रधानमंत्री ने पूरे देश में आंशिक लॉकडाउन किया.
लेकिन लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया जिसके बाद शनिवार को संक्रमण से प्रभावित कुछ इलाक़ों में फ़ौज को उतारना पड़ा.
उसके बाद स्पेन और फ्रांस ने भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यही क़दम उठाया है.
https://www.bbc.com/hindi/india-51997052

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