कोरोना वायरस दूसरे विश्व युद्ध के बाद की सबसे बड़ी चुनौती: संयुक्त राष्ट्र महासचिव
पूरी दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रही है. कोरोना वायरस से दुनिया में आठ लाख 57 हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं. जबकि मरने वालों का आंकड़ा 42 हज़ार के पार पहुंच चुका है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेश ने कोरोना वायरस संक्रमण को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की सबसे बड़ी चुनौती कहा है.
उन्होंने कहा यह संक्रमण दुनिया में मंदी ला सकता है. ऐसी मंदी जो हाल के सालों में कभी नहीं देखी गई.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित समाजिक और आर्थिक प्रभाव के संदर्भ में जारी की गई एक रिपोर्ट के दौरान यह बात कही.
संक्रमण के सबसे अधिक मामले अमरीका में हैं. यहां एक लाख 88 हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं. जबकि तीन हज़ार आठ सौ से अधिक लोगों के मौत की पुष्टि हुई है.
इटली में मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है. यहां अब तक 12 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
अमरीका और इटली में मरने वालों की संख्या चीन से भी अधिक है. जहां वुहान शहर से इस वायरस की शुरुआत हुई थी.
अमरीका में हर चार नागरिक में से तीन लॉकडाउन में हैं. अमरीका में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए कई सख़्त प्रतिबंध लागू किये गए हैं.
वहीं, अमरीका और इटली के बाद स्पेन भी इस वायरस के संक्रमण की मार झेल रहा है. यहां बीते 24 घंटे में 849 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. स्पेन में अभी तक आठ हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि ब्रिटेन में अभी तक 1789 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है.
न्यूयॉर्क सिटी में संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में रिपोर्ट जारी करने के दौरान गुटरेश ने कहा कि कोरोना वायरस समाज की नींव पर हमला कर रहा है. जिससे लोगों का जीवन और आजीविका जुड़ी हुई है.
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