इस दिल्ली में भीड़ के पास बंदूकें कहां से आईं?

समझें कि किस तरह का ब्रेक डाउन हो गया था, कानून व्यवस्था का भी और समाज के स्तर पर आपसी विश्वास का भी, जब यह ब्रेक डाउन होगा तो क्या होगा, इससे सतर्क रहना बहुत ज़रूरी है.


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"बक्श देता है 'खुदा' उनको, ... ! जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !! वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... ! जिनकी 'नियत' खराब होती है... !!"