कोरोना वायरसः वो बर्थडे पार्टी जो जानलेवा बन गई
ब्राज़ील में एक परिवार का उत्सव उस वक्त मातम में बदल गया जब पार्टी में शामिल तीन लोगों की मौत हो गई और 10 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया.
यक़ीनन किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की होगी. लेकिन बर्थडे पार्टी के दो हफ़्ते के भीतर ही कई लोग बीमार पड़ गए. पार्टी में शामिल ज़्यादातर सदस्यों को अब कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मामलों के रूप में देखा जा रहा है.
ब्राज़ील के साओ पाउलो में एक बर्थडे पार्टी में शामिल हुए 28 लोगों में से तीन की मौत हो गई है और बाकी सदस्यों का जीवन ख़तरे में पड़ गया है. मरने वाले तीनों एक ही परिवार के थे.
हालांकि प्रशासन ने फिलहाल एक व्यक्ति की मौत के बारे में माना है कि इसकी वजह कोरोना संक्रमण था.
तीन सप्ताह में आया आंकड़ों में उछाल
13 मार्च को साओ पाउलो के इटापेर्सिया डे सेरा इलाक़े में ये पार्टी हुई थी. ब्राज़ील के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़ उस दिन तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के 98 मामलों की पुष्टि हो चुकी थी. तब तक कोविड 19 के कारण किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई थी.
ब्राज़ील में कोरोना संक्रमण के तक़रीबन 60 फ़ीसदी मामले साओ पाउलो में पाए गए हैं. दो करोड़ से ज़्यादा लोगों के साथ ये दुनिया की सबसे सघन आबादी वाले शहरों में से एक है.
इस घटना के लगभग तीन हफ़्तों के बाद 8 अप्रैल तक ब्राज़ील में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 16 हज़ार का आंकड़ा पार कर गई थी और 800 से इस कारण अपनी ज़्यादा लोग जान गंवा चुके थे.
वेरा लूसिया परेरा को ये मालूम था कि कोरोना वायरस की महामारी ब्राज़ील तक पहुंच गई है और उनके देश में भी ये वायरस फैल रहा था. यहां तक कि उन्हें अपना 59वें जन्मदिन की पर्टी केंसिल करने तक का ख़याल भी आया.
वेरा लूसिया परेरा ने बीबीसी को बताया, "हमारे मन में संदेह था लेकिन हमने तय किया कि पार्टी होगी. तब तक देश में कोरोना संक्रमण के बहुत ज़्यादा मामले सामने नहीं आए थे."
तब तक ब्राज़ील में किसी तरह का लॉकडाउन भी लागू नहीं किया गया था.
पार्टी में कुल 28 लोग थे...
वेरा लूसिया की बर्थडे पार्टी उनके घर के लॉन में हुई थी जिसमें परिवार के 28 लोग इकट्ठा हुए थे. इस पार्टी में वेरा लूसिया के पति पाउलो विएरा के भाई-बहन भी शामिल हुए थे.
पाउलो, उनके भाई क्लोविस और बहन मारिया ने जमकर पार्टी की लेकिन उन्हें ये मालूम नहीं था कि तीनों की मौत कोविड-19 से हो जाएगी.
पार्टी में वेरा लूसिया की बहनें भी शामिल हुई थीं. लूसिया और पाउलो के भतीजे-भतीजी भी इसमें शरीक हुए थे.
पार्टी के कुछ रोज़ बाद ही आधे से ज़्यादा मेहमानों को सर्दी-खांसी, बुख़ार और सांस लेने में तकलीफ़ होने लगी. ये सभी लक्षण कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद आते हैं. इनमें से ज़्यादातर में हल्के लक्षण थे जिन्हें बहुत ज़्यादा मेडिकल केयर की ज़रूरत नहीं थी.
आक्रामक वायरस
वेरा लूसिया के पति पाउलो और उनके भाई और बहन की मौत संक्रमण के लक्षण सामने आने के हफ़्ते भर के भीतर ही हो गई. मारिया के मामले में प्रशासन ने मौत की आधिकारिक वजह कोविड-19 बताई है.
मारिया की बेटी राफेला ने बीबीसी को बताया, "अब हमें पूरा भरोसा है कि मेरी मां की मौत कोरोना वायरस से हुई है. इससे ये पता चलता है कि ये वायरस कितना आक्रामक है. मेरी मां का इलाज अस्पताल में हुआ, उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया था लेकिन इसके बावजूद भी डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके."
मारिया मधुमेह की रोगी थीं और संक्रमण के बाद उनकी हालत तेज़ी से बिगड़ने लगी. वेरा लूसिया के परिवार को पाउलो और क्लोविस के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार है. वेरा लूसिया कहती हैं, "उनका इलाज करने वाले डॉक्टर 99 फीसदी तक आश्वस्त हैं कि इनकी मौत कोविड-19 से हुई है."
बेटा बच गया...
वेरा लूसिया और उनके बेटे दोनों में ही कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए गए थे पर अब वे दोनों ठीक है. वेरा बताती हैं, "शारीरिक रूप से मैं ठीक हूं. बस थोड़ी खांसी है. लेकिन ये बहुत मुश्किल भरा दौर रहा है. हम डर के साये में जी रहे हैं."
शुरू में तो परिवार के सदस्यों ने यक़ीन ही नहीं किया कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं. संक्रमण के बाद ठीक हुए परिवार के एक सदस्य ने कहा, "उस समय तक ब्राज़ील में कोरोना संक्रमण के बहुत कम मामले सामने आए थे. इसलिए हमें लगा कि इस वायरस को हम तक पहुंचने के लिए बहुत लंबा फासला तय करना होगा."
वे कहते हैं, "पार्टी में शामिल होते वक़्त परिवार के सभी सदस्यों की तबियत ठीक थी. इसलिए किसी को ये मालूम नहीं है कि सबसे पहले किसे संक्रमण हुआ था. अगर ये पता चल भी गया तो हमारे लिए क्या बदल जाएगा?"
मारिया की मौत के बाद दूसरे भाई 62 वर्षीय क्लोविस की तबियत बिगड़ने लगी. क्लोविस के बेटे ऑर्थर ने बीबीसी को बताया, "पार्टी के तीन दिन बाद ही पापा की खांसी बहुत बढ़ गई थी. उन्हें सिर में दर्द और बुखार था. सूंघने और स्वाद की उनकी क्षमता ख़त्म हो गई थी."
इंटेसिव केयर यूनिट
मारिया के विपरीत क्लोविस को पहले से कोई बीमारी नहीं थी. लेकिन इसके बावजूद वे लगातार असहज महसूस कर रहे थे. ऑर्थर 23 मार्च को अपने पिता को अस्पताल ले गए लेकिन वहां से उन्हें वापस भेज दिया गया. ऑर्थर बताते हैं, "डॉक्टरों ने ये तक नहीं सोचा कि ये कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला हो सकता है."
क्लोविस के बीमार पड़ने के बाद वेरा लूसिया के पति पाउलो की तबियत भी ख़राब हो गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया. पाउलो को परिवार में भाई-बहनों की तुलना में सबसे ज़्यादा स्वस्थ समझा जाता था. वो शारीरिक श्रम भी खूब किया करते थे.
जब पाउलो अस्पताल पहुंचे तो उनकी तबियत तुलनात्मक रूप से ठीक थी. हां, उन्हें सांस लेने में ज़रूर दिक्कत पेश आ रही थी. वेरा लूसिया याद करती हैं, "लेकिन दो दिनों के बाद ही पाउलो को इंटेसिव केयर यूनिट ले जाया गया."
क्लोविस और पाउलो निजी ज़िंदगी में एक दूसरे के क़रीब तो थे ही, मौत के वक़्त भी उन्होंने एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा. आईसीयू में भी उनका बिस्तर एक दूसरे के बगल में ही था. दोनों की मौत की वजह डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमण ही मान रहे हैं.
अंतिम संस्कार पर पांबदियां
पहली अप्रैल को मारिया को दिल का दौरा पड़ा और वे उबर नहीं पाई. क्लोविस की मौत अगले दिन हुई है और पाउलो ने तीन अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह दिया. ब्राज़ील में कोविड-19 के मामलों पर निगरानी रखने के लिए बनाई गई सरकारी एजेंसी की सलाह पर मारिया और पाउलो को सीलबंद ताबूत में दफ़नाया गया.
क्लोविस का अंतिम संस्कार उनकी इच्छा के मुताबिक़ किया गया. तीनों का अंतिम संस्कार अलग-अलग दिनों पर किया गया. अंतिम संस्कार कुछ ही मिनटों में संपन्न कर दिया गया. सरकारी दिशानिर्देशों के तहत 10 से ज़्यादा लोग इसमें इकट्ठा नहीं हुए थे.
क्वारंटीन में ज़िंदगी
13 मार्च की पार्टी में शरीक होने वाले जो लोग बच गए, वे अभी भी आइसोलेशन में हैं. जिनकी तबियत कुछ ख़राब हुई थी, वे अब ठीक हो गए हैं लेकिन सभी ने ये तय किया है कि वे एहतियात के तौर पर क्वारंटीन में ही रहेंगे.
वे लोगों से घरों में रहने के लिए अपील कर रहे हैं. मारिया की बेटी राफेला कहती हैं, "ये जुकाम नहीं है. ये एक महामारी है. ये एक बेहद डरावना और बर्बर वायरस है."
ब्राज़ील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो विवादास्पद रूप से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को धता बताते रहे हैं. उन्होंने कोविड-19 की महामारी की गंभीरता पर सवाल उठाते हुए इसे 'मामूली फ्लू' करार दिया है.
लूसिया राष्ट्रपति बोलसोनारो के बयानों से चकित हैं. वो कहती हैं, "बोलसोनारो बकवास कर रहे हैं. वे ज़िम्मेदार पद पर हैं और उन्हें अपनी ज़िम्मेदारियां की जानकारी होनी चाहिए."
वेरा लूसिया के लिए तो फिलहाल ज़िंदगी की सबसे बड़ी चुनौती पाउलो के बिना ज़िंदगी की गाड़ी आगे ले जाने की है. वो कहती हैं, "ज़िंदगी तो चलती रहेगी पर हम नहीं चाहते कि जो हमारे परिवार के साथ हुआ, वो और किसी के साथ हो."
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