#ViralMessage ! Tabligh , Markaz और Corona पर चल रहे हंगामा को खुदाई मसलेहत और संसार के लिए सकारात्मक मानने लगे हैं मुसलमान ।

मैं पिछले तीन चार दिनों से ये सोचता रहा की मरकज़ के ताल्लूक से जो हालात हुवे है उसके पीछे अल्ल्लाह सुब्हानहु व त'आला की मसलीहत क्या हो सकती है, क्या राज़ हो सकता है। तो चंद बातें ज़हन में आई है।

1) मरकज़ को सिर्फ तबलीग जमात वाले ही पहचान ते थे लेकीन अब भारत के 140 करोड़ लोग पहचानने लगे हैं तबलीग क्या है उसकी तहकीक करने लगे हैं।

2) मरकज़ ने कभी भी मिडीया का सहारा नहीं लिया ना अपने बयानों के लिए ना अपने इज्तेमाअत के लिए लेकीन भारत के सभी TV चैनल पर, Fecebook, What app, you tube tiwter पर एक ही News एक ही बात मरकज़ की हो रही है।

3) तबलीग की मालुमात, तबलीग की इब्तीदा (शुरुआत) कहाॅ से हुई और पुरी दुनिया के कोने-कोने तक कैसे पहुंची इन सब की मालुमात TV रिपोर्टर के ज़रिए भारत के 140 करोड़ लोग जो लाॅकडाउन की वजह से घरों में "छिपे" है वह सुबह से शाम तक तबलीग, तबलीग, तबलीग को सुन रहे है।

4) हम मस्जीद जा नहीं सकते, गश्त कर नहीं सकते, बयान कर नहीं सकते तो "क्या हुआ" हमारी ही बात "हर हर,घर घर" तक पहुंची (वही घोषना इलेक्शन वाली कुछ याद आया )

5) हमारे आपसी मज़बी इख्तेलाफ बहोत थे, है लेकीन इस मुश्कील घड़ी में हम सब एक हो गए।

6) भारतीय मिडीया की झुठी हकीकत फिर एक बार सामने आगई।

7) हमारे वतनी भाई भी हमारे हिमायत में आ गए।

8) भारतीय इंटेलिजेंस ब्यूरो (RAW) और दिल्ली स्टेट गुप्तचर विभाग का एक एक अफसर की रोज़ाना ये ड्युटी है की मरकज़ में कितने लोग है, कहांसे आए कहां जा रहे हैं क्या खा रहे हैं क्या बयान हो रहा है इस की रिपोर्ट दे ये नई मालुमात भी मिल गई।

9) मौलाना साद साहब को कोई भी ज्यादा नहीं जानता था अब 140 करोड़ भारतीय जानने लगे हैं।
   
आज नहीं तो कल ये मिडीया वाले चिल्ला चिल्लाकर चुप हो जाएंगे
दावत का काम तो क़यामत तक चलता रहेगा
     
इंशाअल्लाह
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https://www.biharbroadcasting.com/2020/03/nizamuddinmarkaz-media.html?m=1

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