पत्रकारों के ख़िलाफ़ लगातार गंभीर धाराओं में दर्ज होते आपराधिक मामले
टीम बीबीसी हिंदी नई दिल्ली इमेज स्रोत, SOCIAL MEDIA पिछले 65 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के बीच पत्रकारों पर आपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं. ताज़ा मामला हरियाणा के स्वतंत्र पत्रकार मनदीप पुनिया का है. उन्हें शनिवार रात सिंघु बॉर्डर से पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया. आज दोपहर उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. उनके वकील ने बताया कि उन्हें 14 दिन की न्याययिक हिरासत में भेज दिया गया है. छोड़िए YouTube पोस्ट, 1 वीडियो कैप्शन चेतावनी: तीसरे पक्ष की सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं. पोस्ट YouTube समाप्त, 1 लेकिन 26 जनवरी की किसान रैली के घटनाक्रम के बाद दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस ने कई और पत्रकारों पर आपराधिक मामले दर्ज किये हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को इंडिया टुडे के पत्रकार राजदीप सरदेसाई, नेशनल हेराल्ड की वरिष्ठ सलाहकार संपादक मृणाल पांडे, क़ौमी आवाज़ के संपादक ज़फ़र आग़ा, द कारवां पत्रिका के संपादक और संस्थापक परेश नाथ, द कारवां के संपादक अनंत नाथ और इसके कार्यकारी संपादक विनोद के. जोस के ख़िलाफ़ राजद्रोह क़ानून के त...