इमरान ख़ान: अमेरिका और पश्चिमी देश ना बताएं कि चीन से पाकिस्तान के कैसे हों रिश्ते
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने चीन के सरकारी टीवी सीजीटीएन से बात करते हुए कहा है कि अमेरिका और पश्चिमी ताक़तों का पाकिस्तान जैसे देशों में पर चीन की ओर झुकाव कम करने का दबाव डालना बहुत अनुचित है.
इमरान ख़ान ने यह बात चीन के सरकारी अंग्रेज़ी चैनल सीजीटीएन से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के 100 साल और चीन-पाकिस्तान संबंधों के 70 साल पूरे होने पर कही है.
इस बातचीत का वीडियो उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट किया है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चीन के साथ अपने रिश्तों को कभी भी निचले दर्जे पर नहीं ले जाएगा क्योंकि उनके संबंध बहुत गहरे हैं.
इमरान ख़ान ने कहा, "चीन और पाकिस्तान के रिश्ते 70 साल पहले शुरू हुए थे और यह बहुत ख़ास हैं. पाकिस्तान जब भी मुश्किलों में रहा, चाहे वो राजनीतिक रूप से हो, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो या फिर पड़ोसियों से संघर्ष के दौरान हो, चीन हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा. पाकिस्तान के लोगों के दिलों में चीन के लोगों के लिए ख़ास जगह है."
"अच्छे वक़्त में हर कोई आपके साथ खड़ा होता है लेकिन बुरे वक़्त में जो आपके साथ होता है उससे ही उसकी पहचान होती है और चीन के बारे में पाकिस्तान के लोग यह जानते हैं कि वो मुश्किल वक़्त में हमारे साथ था इसलिए यहां के लोगों के दिलों में आप चीन के लिए मोहब्बत पाएंगे.'
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इमरान ख़ान ने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर देखें तो बड़ी ताक़तों के बीच मुक़ाबला चल रहा है. अमेरिका चीन के सामने बेहद चौकन्ना है और यह सब जानते हैं क्योंकि यह सबके सामने है.
क्वॉड का ज़िक्र भी कर गए इमरान
इसके साथ ही इमरान ख़ान ने कहा कि अमेरिका क्षेत्रीय गठबंधन बना रहा है जिसका नाम क्वॉड है जिसमें अमेरिका, भारत और दूसरे देश भी हैं.
"इन सबको देखते हुए पाकिस्तान के लिहाज़ से अमेरिका और पश्चिमी देशों का यह सोचना अनुचित होगा कि पाकिस्तान जैसा देश किसी का पक्ष ले. हमें किसी का पक्ष लेने की क्या ज़रूरत है, हमें हर किसी से संबंध बनाए रखने की ज़रूरत है."
"पाकिस्तान पर यह दबाव डाला जाता है कि वो चीन के साथ रिश्तों में झुकाव को कम करे या बदले, तो यह कभी नहीं होगा. चीन और पाकिस्तान के रिश्ते बहुत गहरे हैं और यह सिर्फ़ सरकार की वजह से नहीं बल्कि लोगों से लोगों के संबंध के कारण हैं."
इसके बाद इमरान ख़ान से पूछा गया कि वो चीन के साथ और रिश्ते मज़बूत करने के लिए क्या करेंगे?
इस पर उन्होंने कहा कि 'पहले तो वो व्यापार पर ध्यान देंगे क्योंकि CPEC हमारे सामने हो रहा है और यह पाकिस्तान में बहुत बड़ी चीज़ हो रही है. आर्थिक भविष्य पाकिस्तान के आगे है और राजनीतिक संबंध बेहद मज़बूत हो रहे हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमेशा पाकिस्तान चीन के साथ खड़ा रहता है.'
चीन-पाकिस्तान के रिश्तों को 70 साल
बीते महीने पाकिस्तान और चीन के बीच रिश्तों को 70 साल पूरे होने के मौक़े पर इमरान ख़ान और चीनी प्रधानमंत्री ली केजेन ने एक दूसरे को पत्र लिखे थे और दोनों देशों के बीच संबंधों को मज़बूत करने का वादा किया था.
प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने लिखा था, "पाकिस्तान की सरकार और लोगों की ओर से और मैं ख़ुद की ओर से आपको चीन और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक रिश्तों की 70वीं सालगिरह पर दिल से बधाई देता हूं."
"21 मई 1951 के दिन हमारे संबंध आधिकारिक रूप से बने थे जो कि ऐतिहासिक क्षण था. हमारे दो लोगों और लगातार नेतृत्व और सरकारों ने हमारे संबंधों को बढ़ावा देने और मज़बूत करने के लिए अथक प्रयास किए हैं. आपसी सम्मान, आपसी विश्वास और आपसी समझ के स्थायी मूल्यों के इर्द-गिर्द हमारे संबंध बने हैं."
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, चीनी प्रधानमंत्री के इमरान ख़ान को लिखे पत्र मे कहा गया था कि चीन और पाकिस्तान पड़ोसी दोस्त हैं जो पहाड़ों और पानी से जुड़े हुए हैं.
कॉपी: मोहम्मद शाहिद
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