कानपुर हादसे में उजड़े कई परिवार, किसी की गोद सूनी, किसी के सिर से उठा साया - ग्राउंड रिपोर्ट
- अंकित शुक्ला
- बीबीसी हिंदी के लिए, कानपुर से
कानपुर के घाटमपुर के कोरथा गांव में 300 के क़रीब घर हैं. इनमें से आठ घरों में बीती रात (शनिवार) हुई दुर्घटना में मारे गए लोगों के शव पोस्टमार्टम के बाद पहुंचे.
हादसे के बाद से गांव में माहौल ग़मगीन है.
रामदुलारे के घर छह शव पहुंचे हैं. ज्ञानवती के परिवार के 12 लोगों की मौत हुई है. उनका परिवार ही बेटे का मुंडन कराने उन्नाव स्थित मंदिर गया था.
रविवार सुबह गांव में एक जगह पर ही 26 शवों के लिए अर्थियां तैयार की गई. हादसे में किसी की पत्नी और किसी के बच्चों की मौत हो गई.
सुबह सभी शवों को अंतिम संस्कार के लिए कानपुर के डेओढ़ी घाट ले जाया गया. घाट पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, प्रदेश के मंत्री अजीत पाल और राकेश सचान समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेता पहुंचे.
समाप्त
कानपुर में घाटमपुर के पास शनिवार रात ट्रैक्टर ट्रॉली एक तालाब में पलट गई. इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई. ट्रैक्टर ट्रॉली में 50 के क़रीब लोग सवार थे. सभी उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर से मुंडन संस्कार के बाद कानपुर लौट रहे थे. ये सभी कोरथा गांव के रहने वाले थे. मरने वालों में 13 महिलाएं और 13 बच्चे हैं. हादसे में घायल हुए कई लोगों का इलाज कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल में चल रहा है.
हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया. मुआवजे की घोषणा भी की गई है.
कानपुर के डीएम विशाख जी अय्यर ने 26 लोगों की मौत की पुष्टि की. कानपुर ज़ोन के एडीजी भानु भास्कर ने घटनास्थल पर देर से पहुंचने को लेकर घाटमपुर थाने के एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
हादसे की वजह को लेकर भी जानकारी सामने आई है.
"ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर ने शराब पी रखी थी"
इस हादसे में बचे सुशील ने बताया, "गांव के राजू निषाद ट्रैक्टर चला रहे थे. वे शराब पिए हुए थे और बेहद तेज़ रफ़्तार से ट्रैक्टर चला रहे थे. मना करने के बाद भी वह तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चला रहे थे."
उन्होंने बताया, "साढ़ और गंभीरपुर गांव के बीच रास्ते में गड्ढ़ा था. वहां से गुज़रते वक़्त सामने से अचानक बाइक आ गई. इसके बाद ये हादसा हुआ. राजू के बच्चे का भी मुंडन था."
ट्रैक्टर चला रहे राजू निषाद बच गए हैं और अभी फ़रार हैं.
रात भर घाटमपुर तहसील के भीतरगांव सीएचसी में सभी शवों का पोस्टमॉर्टम किया गया. 26 शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 10 डॉक्टरों की टीम को लगाया.
सुबह चार बजे सभी शवों को कोरथा गांव ले जाया गया. एडीजी ज़ोन भानु भास्कर ने जानकारी दी कि कुछ सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिसमें चालक काफ़ी तेज़ रफ़्तार से ट्रैक्टर चलाते दिख रहे हैं. हादसे की मजिस्ट्रेट से जांच भी कराई जाएगी.
गांव में मातम पसरा
कोरथा गांव के शिवेंद्र की एक बहन की भी इस हादसे में मौत हो गई जबकि दूसरी बहन का इलाज चल रहा है.
शिवेंद्र ने बताया, " शनिवार शाम सवा सात बजे फ़ोन आया. हम मौके पर पहुंचे तो क़रीब 20 लोग मर चुके थे और कई लोग ट्रॉली के नीचे से चिल्ला रहे थे."
ट्रॉली के नीचे भरे पानी में ही ज़्यादातरर लोग डूबकर मरे हैं. शिवेंद्र ट्रैक्टर चालक राजू से बहुत नाराज़ हैं और कहते हैं, "अब ट्रैक्टर चालक राजू को गांव में नहीं रहने देंगे. उसने पूरे गांव को बर्बाद कर दिया."
हालांकि इस हादसे में राजू के परिवार के भी कई लोगों की मौत हुई है.
पोस्ट Twitter समाप्त, 1
कई परिवार उजड़ गए
गांव की ही तारा देवी के परिवार के कई सदस्यों ने भी इस हादसे में जान गंवा दी. अब उनके दो बेटे राम दुलारे और शिवराम ही ज़िंदा बचे हैं. जबकि परिवार के छह सदस्यों की मौत हो गई.
गांव में ही राम सजीवन नाम के दो लोग रहते हैं. हादसे में एक की पत्नी मिथलेश और दूसरे की बेटी अंजलि की मौत हो गयी.
गांव की ही उषा ने हादसे में दमतोड़ दिया. उनके पति की पहले ही बीमारी से मौत हो चुकी है. अब घर में तीन बच्चे हैं. वो अनाथ हो गए हैं.
मुख्यमंत्री ने की अपील
इस हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्विटर हैंडल से अपील भी की गई.
उन्होंने कहा है कि माल ढोने वाले वाहन जैसे ट्रैक्टर ट्राली और लोडर का प्रयोग सवारी ले जाने में न किया जाए. ट्वीट में ये भी लिखा गया है, "जीवन अमूल्य है. कृपया लापरवाही न बरतें."
पोस्ट Twitter समाप्त, 2
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को घायलों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घायलों का हालचाल लिया और उनके बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर्स को दिशा निर्देश दिए.
मीडिया से बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक परिवार के लोगों को दो लाख की सहायता राशि दी जाएगी. इतनी ही राशि राज्य कोष से भी दी जाएगी.
पोस्ट YouTube समाप्त, 1
एक और हादसे में पांच की मौत
कानपुर में ही शनिवार देर रात हुए एक अन्य हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई. जबकि 10 घायल हो गए.
चकेरी में हाइवे पर हुए हादसे में ट्रक ने एक लोडर को टक्कर मार दी. लोडर में कई लोग सवार थे. वो लोग भी मुंडन संस्कार के लिए विंध्याचल जा रहे थे.
देर रात हुए इन दो हादसों में कुल 31 लोगों की मौत हुई जबकि 24 से ज़्यादा लोग घायल हो गए.
हादसों में सबसे ज़्यादा मौतें
एनसीआरबी की 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में सबसे अधिक लोगों की मौतें कानपुर में ही हुई.
रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल कानपुर में सड़क हादसों में कुल 593 लोगों की मौत हुई जबकि 299 लोग घायल हुए.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
Comments