अब जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए करें ऑनलाइन आवेदन, क्या है प्रक्रिया

 

CRS हुआ लॉन्च, अब जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए करें ऑनलाइन आवेदन, क्या है प्रक्रिया

  • CRS: घर में जन्म की स्थिति में- तय प्रोफॉर्मा में माता-पिता की तरफ से घोषणापत्र देना होगा। साथ ही पते का प्रमाण देना होगा। इसके लिए वोटर आईडी कार्ड, बिजली का बिल, गैस का बिल, पानी का बिल, फोन का बिल, पासपोर्ट, राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता जैसे दस्तावेजों में से कोई एक दिया जा सकता है।

CRS हुआ लॉन्च, अब जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए करें ऑनलाइन आवेदन, क्या है प्रक्रिया
Nisarg Dixit लाइव हिन्दुस्तान
Wed, 30 Oct 2024, 07:11:AM

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को CRS यानी सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च की। अब इसकी मदद से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र ऑनलाइन आवेदन कर हासिल कर सकेंगे। कहा जा रहा है कि इस ऑनलाइन सुविधा की मदद से दोनों तरह के प्रमाण पत्र लेने में लगने वाले समय कम करने में भी मदद मिलेगी।

कैसे करें आवेदन

सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए यूजर को ऑनलाइन रजिस्टर करना होगा। ऐसा इस लिंक- https://crsorgi.gov.in/web/index.php/auth/signUp की मदद से किया जा सकता है। साइन अप के लिए यूजर को नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, जन्म या मृत्यु का समय और एड्रेस संबंधी जानकारी देनी होगी।

कौन से दस्तावेज

घर में जन्म की स्थिति में- तय प्रोफॉर्मा में माता-पिता की तरफ से घोषणापत्र देना होगा। साथ ही पते का प्रमाण देना होगा। इसके लिए वोटर आईडी कार्ड, बिजली का बिल, गैस का बिल, पानी का बिल, फोन का बिल, पासपोर्ट, राशन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता जैसे दस्तावेजों में से कोई एक दिया जा सकता है।

अस्पताल में जन्म होने की स्थिति में जानकारी देने की जिम्मेदारी परिवार की नहीं होगी। इसके लिए संस्था के ड्यूटी इंचार्ज को जन्म की जानकारी संबंधित रजिस्ट्रार को देनी होगी।

कितने दिनों में देने होंगे दस्तावेज

जन्म के बारे में जानकारी 21 दिनों के अंदर देना होगी। अगर ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो माता-पिता को संबंधित रजिस्ट्रार के पास जाना होगा। अगर 21 दिनों से ज्यादा और 30 दिनों से कम देरी होती है डिले फीस और तय प्रोफोर्मा में जानकारी यानी फॉर्म 1 देन होगा। अगर 30 दिनों से ज्यादा और 1 साल से कम देरी होती है, तो फॉर्म 1, नॉन अवेलेबिलिटी सर्टिफिकेट यानी फॉर्म 10, डिले फीस, हलफनामा और संबंधित अधिकारी से अनुमति पेश करना होगी।

एक साल से ज्यादा देरी होने पर फॉर्म 1, फॉर्म 10, डिले फीस, हलफनामा और फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट से आदेश हासिल करना होगा।

मृत्यु

घर में हुई मौत की जानकारी 21 दिनों के अंदर देनी होगी। इसके लिए परिवार को सदस्यों को घोषणापत्र, फॉर्म 2 के जरिए जानकारी, मृतक का एड्रेस प्रूफ देना होगा। अगर अस्पतार में मौत हुई है, तो इसकी जिम्मेदारी ड्यूटी इंचार्ज को देनी होगी। खास बात है कि मृत्यु की जानकारी घटना के 21 दिनों के अंदर देनी होगी। अगर यह समय सीमा पूरी हो जाती है, तो संबंधित रजिस्ट्रार से संपर्क करना होगा।

अगर देरी हुई तो

21 दिनों से ज्यादा और 30 दिनों से कम देरी पर डिले फीस और तय प्रोफॉर्मा यानी फॉर्म 2 के जरिए जानकारी देनी होगी। 30 दिनों से ज्यादा और 1 साल से कम देरी पर फॉर्म 2, नॉन एवेलिबिलिटी सर्टिफिकेट यानी फॉर्म 10, डिले फीस, हलफनामा और संबंधित अधिकारी से अनुमति लेनी होगी। एक साल से ज्यादा देरी होती है, तो फॉर्म 2, फॉर्म 10, डिले फीस, हलफनामा और फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट से आदेश लेना होगा।

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पीछे हट गई चीन की सेना, अब दिवाली पर कराएंगे मुंह मीठा; सेना ने बताया सीमा का हाल

  • भारत और चीन की सेनाएं लद्दाख में मोर्चे से पीछे हट गई हैं। अब दोनों देशों की सेनाएं अपनी उन परंपरागत चौंकियों पर ही तैनात रहेंगी, जहां 2020 में हुई झड़प से पहले होती थीं। सेना के सूत्रों ने कहा कि अब सीमा पर नियमित पेट्रोलिंग ही होगी।

पीछे हट गई चीन की सेना, अब दिवाली पर कराएंगे मुंह मीठा; सेना ने बताया सीमा का हाल
Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली
Wed, 30 Oct 2024, 05:12:PM

भारत और चीन की सेनाएं लद्दाख में मोर्चे से पीछे हट गई हैं। अब दोनों देशों की सेनाएं अपनी उन परंपरागत चौंकियों पर ही तैनात रहेंगी, जहां 2020 में हुई झड़प से पहले होती थीं। सेना के सूत्रों ने कहा कि अब सीमा पर नियमित पेट्रोलिंग ही होगी। यह कदम दोनों देशों के बीच शांति काल की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। सैन्य सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाएं गुरुवार को दिवाली के मौके पर एक-दूसरे को मिठाई देंगी। पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं।

सेना के सूत्रों ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच कमांडर लेवल की बातचीत आगे भी जारी रहेगी। फिलहाल तनाव समाप्त हो गया है और दोनों देशों की चौकियां परंपरागत स्थानों पर पहले की तरह रहेंगी। इस तरह करीब 4 साल के बाद चीन और भारत के बीच सीमा पर हालात सामान्य हुए हैं। माना जा रहा है कि आगे दोनों देशों के रिश्ते थोड़े और सामान्य हो सकते हैं। भारत ने 2020 में हुई झड़प के बाद कड़ा ऐक्शन लेते हुए कई चीनी कंपनियों पर पाबंदी लगा दी थी। इसके अलावा कई सेक्टरों में निवेश को भी नियंत्रित किया गया था।

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अप्रैल 2020 में चीन की सेना ने पूर्वी लद्दाख के इलाके में अतिक्रमण करने की कोशिश की थी। इस पर भारतीय सेना ने सख्त ऐतराज जताया तो दोनों के बीच झड़प हो गई थी। इस खूनी झड़प में भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसमें चीनी सैनिक भी बड़ी संख्या में मारे गए थे, लेकिन इसका डेटा उसने सार्वजनिक नहीं किया था। चीनी सेना ने भी शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि अब दोनों देशों के सैनिक बॉर्डर पर सामान्य कामकाज में जुटे हैं। बता दें कि भारत सरकार ने 21 अक्टूबर को डिसइंगेजमेंट का ऐलान किया था। इस तरह करीब साढ़े 4 साल से चला आ रहा तनाव अब समाप्त हो गया है।

https://www.livehindustan.com/national/what-is-crs-how-to-apply-for-death-certificat-birth-civil-registration-system-amit-shah-201730251528165.html

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