पढ़ा हुआ याद रखने के लिए ये है एक्सपर्ट की 8 सबसे अच्छी सलाह, हर बच्चा बन सकता है जीनियस
पढ़ा हुआ याद रखने के लिए ये है एक्सपर्ट की 8 सबसे अच्छी सलाह, हर बच्चा बन सकता है जीनियस
Ways to Improve Study Habits for Your Kids: मस्तिष्क के बाएं और दाएं हिस्से को संतुलित करने के लिए शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है। इससे एकाग्रता और सोचने की शक्ति बढ़ती है। इन टिप्स की मदद से न केवल बच्चों की याददाश्त बढ़ती है, बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी मजा आने लगता है।
पेरेंट्स अकसर अपने बच्चों की पढ़ाई और याददाश्त को लेकर परेशान रहते हैं। माता-पिता का अकसर यह सवाल रहता है कि ‘बच्चा पढ़ाई तो करता है, लेकिन उसे कुछ याद क्यों नहीं रहता’। वहीं बच्चों से इस सवाल का जवाब पूछा जाए तो उनका कहना होता है कि ‘क्या करें? पढ़ाई का इतना दबाव है कि दिमाग काम ही नहीं करता’।
पेरेंटिंग कोच और मनोचिकित्सक डेल्ना राजेश कहती हैं कि ‘ये समस्या सुनने में जितनी आम है, इसका हल उतना ही सरल और कारगर है। मैं आपके साथ वो तकनीकें शेयर कर रही हूं, जो मैंने खुद इस्तेमाल की हैं और खासतौर पर बच्चों और किशोरों के साथ आजमाई भी हैं। इन टिप्स की मदद से न केवल बच्चों की याददाश्त बढ़ती है, बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी मजा आने लगता है'।
1. थर्ड आई टैपिंग (Third Eye Tapping with Affirmations)
थर्ड आई टैपिंग एक प्राचीन और वैज्ञानिक रूप से सिद्ध तकनीक है, जो मस्तिष्क की ऊर्जा को संतुलित करती है।
क्यों काम करती है?
माथे के बींचो-बीच थर्ड आई बिंदु मौजूद होता है। इस बिंदु पर हल्का टैप करने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ता है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता तेजी आती है।
कैसे करें?
-शांत जगह पर बैठें।
-आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।
-अपनी उंगली से हल्के-हल्के इस बिंदु पर टैप करें।
टैपिंग के दौरान यह वाक्य दोहराएं
'मेरा दिमाग तेज और शक्तिशाली है। मैं जो भी पढ़ती हूं, उसे तुरंत और स्थायी रूप से याद रखती या रखता हूं।' दिन में 2-3 बार इस प्रकिया को करें। परीक्षा के पहले यह टिप अपनाने से अच्छा रिजल्ट मिल सकता है।
2. पढ़ाई को एक कहानी में बदलें (Story-Based Learning)
दिमाग कहानियों को याद रखने में सबसे अच्छा काम करता है। यह तकनीक बच्चों और किशोरों के लिए खासतौर पर काम करती है।
क्यों काम करती है?
हमारा मस्तिष्क चित्र, भावनाएं, और कहानियां जल्दी याद रखता है। जब हम तथ्यों को एक कहानी में बदलते हैं, तो वे लंबे समय तक याद रहते हैं।
कैसे करें?
जो भी विषय पढ़ रहे हैं, उसकी एक कहानी की तरह कल्पना करें। उदाहरण के लिए इतिहास पढ़ते समय, उस समय के राजा-रानी को अपने परिवार के किरदार से जोड़कर देखें। ‘अकबर दादाजी जैसे समझदार थे, और बीरबल पापा जैसे मजाकिया’। इसके अलावा गणित के फॉर्मूले या विज्ञान के सिद्धांत को मजेदार नाम दें और कल्पना करें कि वे जीवन में कैसे काम करते हैं।
3. ब्रेन जिम: दिमाग और शरीर का संतुलन (Brain Gym: Mind-Body Balance)
ब्रेन जिम शारीरिक और मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है।
क्यों काम करता है?
मस्तिष्क के बाएं और दाएं हिस्से को संतुलित करने के लिए शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है। इससे एकाग्रता और सोचने की शक्ति बढ़ती है।
कैसे करें?
क्रॉस-लैटरल मूवमेंट्स:
बाएं हाथ से दाएं कान और दाएं हाथ से बाएं कान पकड़ें। धीरे-धीरे स्क्वाट करें।
आंख और हाथ का समन्वय:
एक हाथ से आठ का फिगर (figure 8) बनाएं और दूसरे हाथ से गिनती करें।
सांसों के साथ व्यायाम:
गहरी सांस लेते हुए सिर को दाएं-बाएं घुमाएं।
4. पॉमोडोरो तकनीक (Pomodoro Technique)
यह तकनीक पढ़ाई को छोटे हिस्सों में बांटने और ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है।
क्यों काम करती है?
हमारा दिमाग लगातार लंबे समय तक ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता। छोटे-छोटे ब्रेक इसे थकने नहीं देते।
कैसे करें?
-25 मिनट पढ़ाई करें।
-5 मिनट का ब्रेक लें।
-4 सत्र के बाद 15-20 मिनट का लंबा ब्रेक लें।
-ब्रेक के दौरान स्क्रीन से दूर रहें और रिलैक्सिंग गतिविधियां जैसे स्ट्रेचिंग या पानी पीना अपनाएं।
5. बिनॉरल बीट्स से याददाश्त बढ़ाएं (Binaural Beats for Memory)
बिनॉरल बीट्स पढ़ाई के दौरान आपके मस्तिष्क को शांत और सक्रिय रखते हैं।
क्या हैं बिनॉरल बीट्स?
यह एक साउंड थेरेपी तकनीक है, जहां दोनों कानों में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी भेजी जाती है। इससे मस्तिष्क एक नई फ्रीक्वेंसी बनाता है, जो ध्यान और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।
कौन-सी फ्रीक्वेंसी सबसे अच्छी है?
-14-30 Hz (Beta Waves): गहरी एकाग्रता के लिए।
-8-13 Hz (Alpha Waves): रिलैक्सेशन और रचनात्मकता के लिए।
-4-7 Hz (Theta Waves): गहरी सोच और याददाश्त बढ़ाने के लिए।
-1-3 Hz (Delta Waves): गहरी नींद और मस्तिष्क को रिचार्ज करने के लिए।
कैसे उपयोग करें?
-पढ़ाई के दौरान Beta Waves सुनें।
-रिवीजन या रचनात्मक सोच के लिए Alpha Waves का इस्तेमाल करें।
-सोने से पहले Delta Waves सुनें।
-सुनिश्चित करें कि आप इयरफोन का उपयोग करें, क्योंकि यह प्रभावी तरीके से काम करता है।
6. विजुअलाइजेशन और मेडिटेशन
पढ़ाई के बाद 5 मिनट के लिए आंखें बंद करें और जो पढ़ा है, उसकी कल्पना करें। इसे अपने दिमाग में एक फिल्म की तरह देखें।
खुद से कहें:
‘मैंने जो पढ़ा है, वह मेरे दिमाग में स्पष्ट रूप से संग्रहीत है।’
7. स्पेस्ड रिपीटिशन: लंबी अवधि तक याद रखने का तरीका (Spaced Repetition)
स्पेस्ड रिपीटिशन यानी पढ़ाई को समय-समय पर दोहराना।
रिवीजन शेड्यूल:
पहले दिन पढ़ें।
दूसरे दिन पुनः पढ़ें।
एक सप्ताह बाद और एक महीने बाद पुनः रिवीजन करें।
8. आत्म-सुझाव और सकारात्मक पुष्टि (Self-Suggestion and Affirmations)
हर सुबह और रात यह वाक्य दोहराएं, ‘मेरा दिमाग तेज और शक्तिशाली है। मैं जो भी पढ़ता हूं, उसे तुरंत और स्थायी रूप से याद रखता हूं’।"
सलाह-
हर बच्चा पढ़ाई और याददाश्त में बेहतर हो सकता है, बस उसे सही दिशा और तकनीक की जरूरत होती है। ये 9 तकनीकें—थर्ड आई टैपिंग, कहानी आधारित पढ़ाई, ब्रेन जिम, पॉमोडोरो तकनीक, और बिनॉरल बीट्स-बच्चों और किशोरों के लिए बेहद असरदार हैं। माता-पिता के रूप में आपका सहयोग इन तकनीकों को और प्रभावी बना सकता है।
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