पढ़ा हुआ याद रखने के लिए ये है एक्सपर्ट की 8 सबसे अच्छी सलाह, हर बच्चा बन सकता है जीनियस

 पढ़ा हुआ याद रखने के लिए ये है एक्सपर्ट की 8 सबसे अच्छी सलाह, हर बच्चा बन सकता है जीनियस

Ways to Improve Study Habits for Your Kids: मस्तिष्क के बाएं और दाएं हिस्से को संतुलित करने के लिए शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है। इससे एकाग्रता और सोचने की शक्ति बढ़ती है। इन टिप्स की मदद से न केवल बच्चों की याददाश्त बढ़ती है, बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी मजा आने लगता है।

Manju Mamgain लाइव हिन्दुस्तान
Fri, 13 Dec 2024, 07:46:PM
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पढ़ा हुआ याद रखने के लिए ये है एक्सपर्ट की 8 सबसे अच्छी सलाह,  हर बच्चा बन सकता है जीनियस

पेरेंट्स अकसर अपने बच्चों की पढ़ाई और याददाश्त को लेकर परेशान रहते हैं। माता-पिता का अकसर यह सवाल रहता है कि ‘बच्चा पढ़ाई तो करता है, लेकिन उसे कुछ याद क्यों नहीं रहता’। वहीं बच्चों से इस सवाल का जवाब पूछा जाए तो उनका कहना होता है कि ‘क्या करें? पढ़ाई का इतना दबाव है कि दिमाग काम ही नहीं करता’।

पेरेंटिंग कोच और मनोचिकित्सक डेल्ना राजेश कहती हैं कि ‘ये समस्या सुनने में जितनी आम है, इसका हल उतना ही सरल और कारगर है। मैं आपके साथ वो तकनीकें शेयर कर रही हूं, जो मैंने खुद इस्तेमाल की हैं और खासतौर पर बच्चों और किशोरों के साथ आजमाई भी हैं। इन टिप्स की मदद से न केवल बच्चों की याददाश्त बढ़ती है, बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी मजा आने लगता है'।

1. थर्ड आई टैपिंग (Third Eye Tapping with Affirmations)

थर्ड आई टैपिंग एक प्राचीन और वैज्ञानिक रूप से सिद्ध तकनीक है, जो मस्तिष्क की ऊर्जा को संतुलित करती है।

क्यों काम करती है?

माथे के बींचो-बीच थर्ड आई बिंदु मौजूद होता है। इस बिंदु पर हल्का टैप करने से मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ता है और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता तेजी आती है।

कैसे करें?

-शांत जगह पर बैठें।

-आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।

-अपनी उंगली से हल्के-हल्के इस बिंदु पर टैप करें।

टैपिंग के दौरान यह वाक्य दोहराएं

'मेरा दिमाग तेज और शक्तिशाली है। मैं जो भी पढ़ती हूं, उसे तुरंत और स्थायी रूप से याद रखती या रखता हूं।' दिन में 2-3 बार इस प्रकिया को करें। परीक्षा के पहले यह टिप अपनाने से अच्छा रिजल्ट मिल सकता है।

2. पढ़ाई को एक कहानी में बदलें (Story-Based Learning)

दिमाग कहानियों को याद रखने में सबसे अच्छा काम करता है। यह तकनीक बच्चों और किशोरों के लिए खासतौर पर काम करती है।

क्यों काम करती है?

हमारा मस्तिष्क चित्र, भावनाएं, और कहानियां जल्दी याद रखता है। जब हम तथ्यों को एक कहानी में बदलते हैं, तो वे लंबे समय तक याद रहते हैं।

कैसे करें?

जो भी विषय पढ़ रहे हैं, उसकी एक कहानी की तरह कल्पना करें। उदाहरण के लिए इतिहास पढ़ते समय, उस समय के राजा-रानी को अपने परिवार के किरदार से जोड़कर देखें। ‘अकबर दादाजी जैसे समझदार थे, और बीरबल पापा जैसे मजाकिया’। इसके अलावा गणित के फॉर्मूले या विज्ञान के सिद्धांत को मजेदार नाम दें और कल्पना करें कि वे जीवन में कैसे काम करते हैं।

3. ब्रेन जिम: दिमाग और शरीर का संतुलन (Brain Gym: Mind-Body Balance)

ब्रेन जिम शारीरिक और मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने के लिए एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है।

क्यों काम करता है?

मस्तिष्क के बाएं और दाएं हिस्से को संतुलित करने के लिए शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है। इससे एकाग्रता और सोचने की शक्ति बढ़ती है।

कैसे करें?

क्रॉस-लैटरल मूवमेंट्स:

बाएं हाथ से दाएं कान और दाएं हाथ से बाएं कान पकड़ें। धीरे-धीरे स्क्वाट करें।

आंख और हाथ का समन्वय:

एक हाथ से आठ का फिगर (figure 8) बनाएं और दूसरे हाथ से गिनती करें।

सांसों के साथ व्यायाम:

गहरी सांस लेते हुए सिर को दाएं-बाएं घुमाएं।

4. पॉमोडोरो तकनीक (Pomodoro Technique)

यह तकनीक पढ़ाई को छोटे हिस्सों में बांटने और ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है।

क्यों काम करती है?

हमारा दिमाग लगातार लंबे समय तक ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता। छोटे-छोटे ब्रेक इसे थकने नहीं देते।

कैसे करें?

-25 मिनट पढ़ाई करें।

-5 मिनट का ब्रेक लें।

-4 सत्र के बाद 15-20 मिनट का लंबा ब्रेक लें।

-ब्रेक के दौरान स्क्रीन से दूर रहें और रिलैक्सिंग गतिविधियां जैसे स्ट्रेचिंग या पानी पीना अपनाएं।

5. बिनॉरल बीट्स से याददाश्त बढ़ाएं (Binaural Beats for Memory)

बिनॉरल बीट्स पढ़ाई के दौरान आपके मस्तिष्क को शांत और सक्रिय रखते हैं।

क्या हैं बिनॉरल बीट्स?

यह एक साउंड थेरेपी तकनीक है, जहां दोनों कानों में अलग-अलग फ्रीक्वेंसी भेजी जाती है। इससे मस्तिष्क एक नई फ्रीक्वेंसी बनाता है, जो ध्यान और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।

कौन-सी फ्रीक्वेंसी सबसे अच्छी है?

-14-30 Hz (Beta Waves): गहरी एकाग्रता के लिए।

-8-13 Hz (Alpha Waves): रिलैक्सेशन और रचनात्मकता के लिए।

-4-7 Hz (Theta Waves): गहरी सोच और याददाश्त बढ़ाने के लिए।

-1-3 Hz (Delta Waves): गहरी नींद और मस्तिष्क को रिचार्ज करने के लिए।

कैसे उपयोग करें?

-पढ़ाई के दौरान Beta Waves सुनें।

-रिवीजन या रचनात्मक सोच के लिए Alpha Waves का इस्तेमाल करें।

-सोने से पहले Delta Waves सुनें।

-सुनिश्चित करें कि आप इयरफोन का उपयोग करें, क्योंकि यह प्रभावी तरीके से काम करता है।

6. विजुअलाइजेशन और मेडिटेशन

पढ़ाई के बाद 5 मिनट के लिए आंखें बंद करें और जो पढ़ा है, उसकी कल्पना करें। इसे अपने दिमाग में एक फिल्म की तरह देखें।

खुद से कहें:

‘मैंने जो पढ़ा है, वह मेरे दिमाग में स्पष्ट रूप से संग्रहीत है।’

7. स्पेस्ड रिपीटिशन: लंबी अवधि तक याद रखने का तरीका (Spaced Repetition)

स्पेस्ड रिपीटिशन यानी पढ़ाई को समय-समय पर दोहराना।

रिवीजन शेड्यूल:

पहले दिन पढ़ें।

दूसरे दिन पुनः पढ़ें।

एक सप्ताह बाद और एक महीने बाद पुनः रिवीजन करें।

8. आत्म-सुझाव और सकारात्मक पुष्टि (Self-Suggestion and Affirmations)

हर सुबह और रात यह वाक्य दोहराएं, ‘मेरा दिमाग तेज और शक्तिशाली है। मैं जो भी पढ़ता हूं, उसे तुरंत और स्थायी रूप से याद रखता हूं’।"

सलाह-

हर बच्चा पढ़ाई और याददाश्त में बेहतर हो सकता है, बस उसे सही दिशा और तकनीक की जरूरत होती है। ये 9 तकनीकें—थर्ड आई टैपिंग, कहानी आधारित पढ़ाई, ब्रेन जिम, पॉमोडोरो तकनीक, और बिनॉरल बीट्स-बच्चों और किशोरों के लिए बेहद असरदार हैं। माता-पिता के रूप में आपका सहयोग इन तकनीकों को और प्रभावी बना सकता है।

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सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब बताए ये टॉप 8 फैशन हैक्स, आपने कितने ट्राई किए

Popular Fashion Hacks: लड़कियाें ने स्टाइलिश दिखने के लिए सोशल मीडिया से कई सारे हैक्स ट्राई किए। जिसमे से ये 8 सबसे ज्यादा पॉपुलर हुए।

Aparajita लाइव हिन्दुस्तान
Sat, 14 Dec 2024, 05:04:PM
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सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब बताए ये टॉप 8 फैशन हैक्स, आपने कितने ट्राई किए

लड़कियां फैशन और स्टाइल को लेकर कुछ ज्यादा ही एक्टिव रहती हैं। और काफी सारे फैशन से जुड़े सुझाव सोशल मीडिया पर भी खूब मिलते हैं। फैशन ब्लॉगर ने कई सारे हैक्स लोगों के साथ शेयर किया। जिसकी मदद से वो ना केवल स्टाइलिश दिखें बल्कि एक ही तरह के कपड़ों को अलग-अलग तरीके से पहन भी सकें। ऐसे ही टॉप 10 फैशन हैक्स जो सोशल मीडिया पर इंफ्लूएंसर ने लोगों के साथ शेयर किए।

ब्लाउज से लेकर ड्रेस फिटिंग का आइडिया

ढीला ब्लाउज हो या फिर ढीली ड्रेस, हर कपड़े को कमर के पास टाइट करने का हैक खूब वायरल हुआ। जिसमे रबर बैंड और चूड़ी या कंगन की मदद से ड्रेस को टाइट करना बताया गया।

ओवरसाइज शर्ट नहीं ड्रेस

ओवरसाइज टीशर्ट काफी ज्यादा पॉपुलर हुई। लेकिन कई सारे इंफ्लूएंसर ने ओवरसाइज शर्ट को स्टाइलिश ड्रेस की तरह कैरी किया और ढेर सारे स्टाइल से जुड़े अलग-अलग टिप्स दिए।

पुरानी जींस से बनाया शार्ट्स

मार्केट से शार्ट्स खरीदने पर पैसा खर्च करने की बजाय पुरानी जींस की मदद से डिस्ट्रेस शार्ट्स तैयार करना सबसे आसान है। जींस को मनचाही लेंथ पर कट करें और धागों को एक-एक कर निकालें। आप चाहे तो धागों को कट कर थोड़ा डिजाइन दे सकती हैं। नहीं तो यूंही धागे लटकते हुए डिस्ट्रेस शार्ट्स का लुक देते हैं।

लेयर करने का फैशन

स्लीवलेस या फिर नूडल स्ट्राईप ड्रेस को टर्टलनेक स्वेटर, ओवरसाइज शर्ट या जैकेट के साथ पहनने का हैक भी खूब पसंद किया लड़कियों ने।

स्कार्फ से टॉप

स्कार्फ को कई तरीकों से कैरी करना तो सभी जानते हैं। लेकिन काफी सारी इंफ्लूएंसर ने स्कार्फ की मदद से टॉप बनाकर कैरी किया। ये आइडिया भी लड़कियों को खूब पसंद आया। हालांकि ये रिस्की तरीका केवल सोशल मीडिया पर ही लोगों ने फॉलो किया।

ओवरसाइज शर्ट को कैरी करना

ओवरसाइज शर्ट को कैरी करना मुश्किल लग रहा था तो काफी सारी इंफ्लूएंसर ने नॉट की मदद से स्टाइलिश तरीके से कैरी करने का हैक भी शेयर किया।

लेयर नेकपीस बनाने की हैक

लेयर्ड नेकपीस काफी ज्यादा ट्रेंड में हैं। सोशल मीडिया पर इंफ्लूएंसर ने रिंग की मदद से एक-एक कर कई सारे नेकलेस को जोड़कर लेयर्ड नेकपीस बनाने का हैक भी ट्राई किया।

ब्लेजर ड्रेस

सोशल मीडिया पर ओवरसाइज ब्लेजर को थाई हाई बूट्स के साथ भी कैरी करते इंफ्लूएंसर दिखीं।

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स्किन से लेकर सेहत के लिए वरदान है तारामीरा या अरुगुला का तेल, जानें फायदे

Health Benefits Of Taramira Oil: जोड़ों और कमर के दर्द से लेकर बालों को खूबसूरत बनाने और स्किन की कई सारी समस्याओं को दूर करता है तारामीरा तेल, जानें फायदे।

Aparajita लाइव हिन्दुस्तान
Sat, 14 Dec 2024, 03:37:PM
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स्किन से लेकर सेहत के लिए वरदान है तारामीरा या अरुगुला का तेल, जानें फायदे

अरुगुला के पत्तों के बारे में तो काफी सारे लोग जानते होंगे। लेकिन क्या अरुगुला के बीज से निकलने वाले तेल के फायदों के बारे में जानते हैं। दरअसल, अरुगुला को तारामीरा के नाम से भी जानते हैं और हेयर केयर के लिए तारामीरा का तेल आसानी से ऑनलाइन मिल जाता है। ये तेल बालों के साथ ही स्किन और सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। अगर आप अभी तक नहीं जानते तो जान लें तारामीरा तेल से होने वाले फायदों के बारे में।

क्या है तारामीरा

तारामीरा को अरुगुला भी कहते हैं और अरुगुला के पत्तों को खाने के साथ ही इसके बीजों से तेल निकाला जाता है। जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है। सरसों की तरह ही तारामीरा के भी दाने होते हैं और ये सरसों की प्रजाति का ही होता है।

तारामीरा या अरुगुला के पत्तों के फायदे

तारामीरा या अरुगुला के पत्तों में ढेर सारे न्यूट्रिशन होते हैं। कैल्शियम, पोटैशियम, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन के और विटामिन ए की मात्रा इसमे काफी ज्यादा होती है। हालांकि इंडिया में अरुगुला के पत्तों को नहीं खाया जाता है। इसके बीज से बने तेल का इस्तेमाल ज्यादा लोग करते हैं।

अरुगुला या तारामीरा तेल के फायदे

अरुगुला के तेल को तारामीरा तेल के नाम से भी जानते हैं। इस तेल में विटामिन ए, बी, सी जैसे विटामिन होते हैं। जो शरीर पर लगाने से कई सारी समस्याओं को खत्म करते हैं।

स्किन के लिए फायदेमंद है तारामीरा का तेल

तारामीरा का तेल एंटीफंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुण लिए होते है। इसलिए जिन लोगों को स्किन पर रैशेज, खुजली जैसी शिकायत रहती है। उनके लिए ये तेल फायेदमंद है। इस तेल में एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं जो स्किन पर मौजूद बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं।

कैंसर से बचाता है ये तेल

स्किन कैंसर से बचाने में तारामीरा का तेल मदद करता है। इसमे एंटीमेलानोमा और एंटी म्यूटाजेनिक गुण होते हैं। जो स्किन को कैंसर सेल्स से बचाते हैं।

एंटी इंफ्लेमेटरी है तारामीरा का तेल

स्किन पर होने वाली सूजन को खत्म करने में ये तेल मदद करता है। तारामीरा के तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। जिसकी वजह से एक्जिमा, सोरायसिस जैसी समस्या में ये तेल राहत देता है।

पिंपल करता है दूर

चेहरे पर पिंपल जैसी समस्या को भी तारामीरा तेल दूर सकता है।

दर्द दूर करने में मदद करता है तारामीरा का तेल

सिर, गर्दन या कंधों में तनाव और थकान की वजह से दर्द होता है तो तारामीरा का तेल लगाना फायदेमंद है। इस तेल की मदद से मसाज करने से बॉडी रिलैक्स होती है।

हेयर केयर के लिए बेस्ट है तारामीरा का तेल

बालों में डैंड्रफ, जूं जैसी समस्या परेशान करती है तो तारामीरा के तेल को लगाने से राहत मिलती है। ध्यान रहे तारामीरा तेल को बालों में लगाने के लिए एसेंशियल ऑयल की तरह इस्तेमाल करें और दूसरे तेल या शैंपू में मिलाकर ही बालों में लगाएं।

जोड़ों के दर्द में राहत

कमर दर्द या जोड़ों के दर्द में राहत देने के लिए तारामीरा तेल की मालिश फायदेमंद होती है।

https://www.livehindustan.com/lifestyle/parents-guide/know-8-best-parenting-advice-to-make-kids-remember-what-they-had-studied-ways-to-make-child-interested-in-studying-201734097222382.amp.html

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सर्दियों में थकान और डिप्रेशन की वजह हो सकती है सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर, डाइट और रूटीन में करें बदलाव

Does winter make you feel more tired: सर्दियों के महीने में थकान और चिड़चिड़ापन ज्यादा महसूस होता है तो ये कारण हो सकते हैं जिम्मेदार, लाएं लाइफस्टाइल और डाइट में ये बदलाव।

Aparajita लाइव हिन्दुस्तान
Sat, 14 Dec 2024, 01:47:PM
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सर्दियों  में थकान और डिप्रेशन की वजह हो सकती है सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर, डाइट और रूटीन में करें बदलाव

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही चिड़चिड़ी सी हो जाती हैं। हर काम में तनाव महसूस करती हैं और डिप्रेशन होने लगता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है और ठंड जाने के साथ ही ये सारी दिक्कत दूर हो जाती है। तो इसका मतलब है कि आपको सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर की प्रॉब्लम है। इस समस्या को झेलने वाली आप अकेली नहीं है। दुनियाभर में काफी सारे लोग सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर का शिकार होते हैं। खासतौर पर ये समस्या ठंड का मौसम शुरू होने के साथ होती है और फिर खत्म हो जाती है। लेकिन इस समस्या को हल्के में लेने की बजाय सही ट्रीटमेंट की जरूरत होती है।

कैसे पता चलेगा हो गया है सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर

अचानक से मूड स्विंग होना

-बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन महसूस होना

-थका-थका हर वक्त फील करना

-दिमाग को एकचित्त लगाने में देर होना, कंस्ट्रेशन में कमी।

-अपनी पसंदीदा एक्टीविटी को भी ना करने का मन करना।

-जरूरत से ज्यादा खाना

-वजन बढ़ना

-कार्बोहाइड्रेट्स की क्रेविंग होना

-सोने में दिक्कत महसूस होना

-हर वक्त दुखी महसूस होना

-ऐसा लगना कि बस हर काम में मेरी ही गलती है।

-बहुत ज्यादा नींद आना

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर की समस्या को ऐसे करें दूर

लाइफस्टाइल में करें बदलाव

अगर आप चाहती हैं कि ठंड का मौसम शुरू होते ही इस तरह की समस्या पैदा ना हो तो अपनी लाइफस्टाइल में इन बदलाव को शामिल करें।

-रोजाना कम से कम आधे घंटे से 20 मिनट तक सनलाइट में रहें।

-मूड ठीक करने और एंडोर्फिन हार्मोंस के रिलीज हो इसलिए योगा, वॉकिंग या डांसिग जैसे फिजिकल वर्क को रूटीन में शामिल करें।

-रेगुलर स्लीप साइकिल फॉलो करें। टाइम पर सोएं और टाइम पर उठें।

-लोगों से मिले-जुले और बातें करें।

-मेडिटेशन करें।

खानपान में लाएं ये बदलाव

-अपने खानपान में अनहेल्दी चीजों को निकालकर हेल्दी फूड्स को शामिल करें।

-ऐसे फूड्स को आपके मूड को बूस्ट करने में मदद करें।

-ओमेगा 3 रिच फूड्स जैसे अखरोट, अलसी, चिया सीड्स को खाएं।

-मैग्नीशियम रिच फूड्स जैसे हरी पत्तेदार सब्जिया, बादाम, एवाकॉडो खाएं।

-कार्बोहाइड्रेट के लिए साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, बाजरा,दालों को खाएं। ये आपके ब्लड शुगर लेवल को भी स्थिर रखने में मदद करेंगे और सेरोटोनिन हार्मोंस रिलीज करेंगे।

-रोजाना दूध में केसर और हल्दी मिलाकर पिएं। ये बॉडी और माइंड को रिलैक्स करते हैं।

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सिंपल से कपड़ों में दिखेंगी स्टाइलिश, सीख लें ज्वैलरी मैच करने का तरीका

हमेशा न तो शानदार डिजाइनर कपड़े पहने जा सकते हैं और न ही सिर से नख तक तैयार हुआ जा सकता है। ऐसे दिनों में सही जेवर का चुनाव करके आप साधारण कपड़ों में भी बेहद आकर्षक लग सकती हैं। कैसे सीखें यह गुर, बता रही हैं राघवी शर्मा

Aparajita हिन्दुस्तान
Sat, 14 Dec 2024, 10:16:AM
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सिंपल से कपड़ों में दिखेंगी स्टाइलिश, सीख लें ज्वैलरी मैच करने का तरीका

जींस और साधारण-सा काला कुर्ता तब एकदम असाधारण बन जाता है, जब एक खूबसूरत झुमके और नेकलेस के साथ उसकी स्टाइलिंग की जाती है। ज्वेलरी की यही तो खासियत होती है। कपड़े और ज्वेलरी की सही जुगलबंदी न सिर्फ कपड़े की खूबसूरती को निखारती है बल्कि उसका असर पहनने वाले के पूरे व्यक्तित्व पर भी पड़ता है। पर, सवाल यह है कि किस तरह के जेवर कपड़े की खूबसूरती निखारने के साथ व्यक्तित्व में भी चार-चांद लगाते हैं? अपने जेवर के डिब्बे में किस-किस तरह की ज्वेलरी को जरूर शामिल करें, आइए जानें:

स्टेटमेंट ज्वेलरी का असर

बड़े आकार, खूबसूरत डिजाइन और आकर्षक रंगों वाली स्टेटमेंट ज्वेलरी अपनी उपस्थिति मात्र से हर किसी का ध्यान आपकी ओर खींचने में सक्षम है। स्टेटमेंट ज्वेलरी को अपने लुक का नियमित अंतराल पर हिस्सा बनाएं। इसमें बड़े आकार के ईयररिंग, खूबसूरत और बोल्ड नेकलेस या फिर बड़े-बड़े स्टोन वाली अंगूठी आदि शामिल होते हैं। ये स्टेटमेंट ज्वेलरी आपके पूरे लुक का केंद्र बनेगी। इनकी मदद से आप नीली जींस और सफेद टी-शर्ट पहनकर भी बहुत आकर्षक दिख सकेंगी। स्टेटमेंट ज्वेलरी पहनते वक्त यह ध्यान में रखें कि उसके साथ अन्य ज्वेलरी या एक्सेसरीज का इस्तेमाल आपको कम-से-कम करना है।

सही लेयरिंग यहां भी है जरूरी

आपने पारंपरिक भारतीय परिधान पहना है या फिर वेस्टर्न वियर, किसी भी कपड़े की सही स्टाइलिंग के लिए जरूरी है कि कोई एक ज्वेलरी पहनने की जगह तीन-चार ज्वेलरी की सही तरीके से लेयरिंग की जाए। नेकलेस की दो से तीन लेयर के लिए अलग-अलग लंबाई वाली नेकलेस पहने। सबसे छोटी लेयर चोकर की रखें। इसके साथ ब्रेसलेट और अंगूठी आदि की मदद से भी अपने ड्रेस की स्टाइलिंग करें। ज्वेलरी की मदद से औरों से एकदम जुदा लुक चाहती हैं तो आप अलग-अलग मेटल और टेक्सचर की ज्वेलरी से लेयरिंग कर सकती हैं। ज्वेलरी की लेयरिंग करते वक्त बस इस बात का ध्यान रखें कि प्रत्येक ज्वेलरी के बीच एक संतुलन हो। उन्हें देखकर ऐसा न लगे कि सबको बस एक साथ पहन लिया गया है।

आजमाएं यह ट्रिक

क्या आप यह जानती हैं कि अगर कपड़े की नेकलाइन से मेल खाता हुआ जेवर पहना जाए तो पूरे लुक की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है? उदाहरण के लिए अगर आपने वी-नेक वाला ब्लाउज पहना है, तो उसके साथ ऐसा नेकलेस पहनें, जिसका पेंडेंट भी वी के आकार का हो। वहीं, हाईनेक या बोट-नेक वाले कपड़े के साथ लेयरिंग वाला नेकलेस आकर्षक प्रभाव छोड़ता है। स्टै्रपलेस गाउन पहनने की योजना है तो उसके साथ स्टेटमेंट ईयररिंग पहनें, कंधे और कॉलरबोन पर लोगों का ध्यान सबसे पहले जाएगा।

मेटल की जुगलबंदी

गोल्डन और सिल्वर रंग के गहनों की जुगलबंदी बीते दिनों की बात हुई। इन दिनों तरह-तरह के मेटल वाले एक्सेसरीज पहनने का चलन है। अगर चूड़ियां पहन रही हैं, तो पुराने स्टाइल में एक रंग की चूड़ी पहनने की जगह गोल्ड, सिल्वर से लेकर रोज गोल्ड और प्लेटिनम वाली चूड़ियां पहनें। मेटल की जुगलबंदी करते वक्त किसी एक मेटल की मुख्य ज्वेलरी पहनें और उसके साथ अलग-अलग मेटल वाली अन्य ज्वेलरी पहनें।

आजमाएं ये भी

1)अगर काले रंग के कपड़े पहन रही हैं, तो उसकी खूबसूरती को निखारने के लिए गोल्डन रंग की ज्वेलरी पहनें। काले और सुनहरे की यह जुगलबंदी हमेशा असरदार साबित होती है।

2) अगर किसी कपड़े के साथ यह समझ नहीं आ रहा कि कौन-सी ज्वेलरी पहनी जाए तो सिल्वर रंग के बड़े हूप्स यानी बाली पहन लें।

3) अगर आप किसी ऑफिशियल मौके के लिए तैयार हो रही हैं तो अपने लुक को पूरा करने के लिए ब्रूच पहनें। ब्रूच को अमूमन कोट या ब्लेजर के बाईं ओर पहना जाता है। पर, जरूरी नहीं है कि आप इस नियम को मानें। आप अपने स्टाइल के मुताबिक इसे पहन सकती हैं।

4) अगर आपके कपड़े में बहुत सारे रंग और पैटर्न हैं, तो उसके साथ हमेशा साधारण ज्वेलरी ही पहनें। ऐसे कपड़े के साथ स्टड बुंदे या फिर ब्रेसलेट भी काफी होंगे।

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