कुदरत की ताकत के आगे सब की ताकत फेल ।। बिहार में खराब मौसम से एक दिन में 58 लोगों की मौत, आंधी और वज्रपात बना काल
बिहार में खराब मौसम से एक दिन में 58 लोगों की मौत, आंधी और वज्रपात बना काल
बिहार में गुरुवार को आंधी और वज्रपात काल बनकर बरसा। एक ही दिन में 15 जिलों में 58 लोगों की जान चली गई। तेज हवाओं की वजह से कहीं, दीवार तो कहीं पेड़ गिरे, तो कहीं झोपड़ी-छप्पर उड़ते चले गए।
बिहार में मौसम खराब होने से एक दिन में 58 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा नालंदा जिले में 22 लोगों की जान चली गई। इसके अलावा पटना, गया, सीवान, भोजपुर समेत अन्य जिलों में भी मौतें हुई हैं। गुरुवार को राज्य भर में आंधी और वज्रपात काल बनकर आया। आंधी एवं बारिश के दौरान पेड़ और दीवार गिरने से 35 लोगों की मौत हुई। जबकि ठनका यानी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 23 लोगों की जान चली गई। बिहार में रविवार को भी मौसम खराब रहने की आशंका है।
जानकारी के अनुसार 24 जिलं में गुरुवार को आंधी के साथ हुई बारिश और वज्रपात ने भारी तबाही मचाई। तेज आंधी और बारिश के दौरान पेड़, दीवार आदि गिरने से नालंदा में 22, भोजपुर में 5, गया में 3, गोपालगंज, पटना, जहानाबाद, अरवल और मुजफ्फरपुर में एक-एक जानें गईं।
ये भी पढ़ें:10 से 12 अप्रैल के आंधी पानी और वज्रपात
नालंदा में तेज हवा से जमकर तबाही मची, मानपुर के नगमा गांव में मंदिर पर पेड़ गिरने से 6 लोगों ने दम तोड़ दिया। बिहारशरीफ के चांदपुर में 2, नालंदा खंडहर, सिलाव और गिरिचक में 1-1 की मौत हुई। इस्लामपुर में पुल गिरने से 3 लोगों की जान चली गई। मसाही के दिघवां गांव में सिट पर ईंट गिरने से महिला की मौत हो गई।
दूसरी ओर, गया में दीवार गिरने से बच्चे की जान चली गई। गोपालगंज में पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर में भी पेड़ के नीचे दबकर एक बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया।
ये भी पढ़ें:बदला मौसम का मिजाज; पटना, मुजफ्फरपुर, बेतिया समेत कई जिलों में बारिश
आंधी और बारिश के साथ वज्रपात ने भी गुरुवार को जमकर कहर मचाया। ठनका की चपेट में आने से सीवान में 4, जमुई में 3, सहरसा, अररिया और सारण में दो-दो, पटना, जहानाबाद, भोजपुर, दरभंगा, अरवल, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, कटिहार, भागलपुर में 1-1 की जान गई
Comments