Ram की शोभायात्रा में नारों और गानों में गालियां , क्या यही हिंदुत्व है ? रामनवमी और होली जैसे त्योहारों पर पुलिस प्रबंधन की खबरों को उठाकर देखेंगे तो पता चलेगा कि डीजे को लेकर पुलिस कितना सतर्क होने लगी है। राम की शोभायात्रा में बजने वाले गालियों से भरे ये गाने क्या धर्म की मर्यादा के अनुकूल हैं? क्या इन त्योहारों की पहचान अब यही रह गई है कि ये मस्जिदों और मज़ारों के बाहर ज़ोर-ज़ोर से भड़काऊ गाने बजाने का बहाना बन गए हैं? (पत्रकार रवीश कुमार )




 

Comments

Popular posts from this blog

"बक्श देता है 'खुदा' उनको, ... ! जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !! वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... ! जिनकी 'नियत' खराब होती है... !!"

#Modi G ! कब खुलेंगी आपकी आंखें ? CAA: एक हज़ार लोगों की थी अनुमति, आए एक लाख-अंतरराष्ट्रीय मीडिया