मेरे लिए कोई भी देश मुर्दाबाद नहीं है
Search for: ब्लॉग गेस्ट ब्लॉग पुस्तक समीक्षा डाऊनलोड डरो, डरो अंधों से, बहरों से, लूले लंगड़ों से, गूंगों से, डरो हर उस शख्स से, जो चलती फिरती लाश है. हर वैसे शख़्स से जो अपूर्ण है, क्योंकि वो खुद को साबूत नहीं कर सकते इसलिए तुम्हें भी साबूत नहीं रहने देंगे. - सुब्रतो चटर्जी Home गेस्ट ब्लॉग मेरे लिए कोई भी देश मुर्दाबाद नहीं है गेस्ट ब्लॉग मेरे लिए कोई भी देश मुर्दाबाद नहीं है By Rohit Sharma Posted on February 21, 2020 18 second read 0 1 81 Share on Facebook Share on Twitter Share on Google+ Share on Reddit Share on Pinterest Share on Linkedin Share on Tumblr एक लड़की मंच पर अचानक से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगती है. मुसलमानों की भीड़ उसका जवाब क्या देती है, कोई नहीं बताएगा...