कोरोना वायरस: चीन से भारत को क्यों नहीं मिले रैपिड किट, बढ़ी चिंता- प्रेस रिव्यू
इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES भारत में कोरोनावायरस के मामले 10363 कुल मामले 1036 जो स्वस्थ हुए 339 मौतें स्रोतः स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय 11: 5 IST को अपडेट किया गया भारत कोरोना वायरस के संक्रमण की लड़ाई में उपकरणों की कमी से जूझ रहा है. रैपिड टेस्टिंग किट पाँच अप्रैल को आना था. बाद में यह तारीख़ पाँच दिन और बढ़ी और अब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर 15 अप्रैल को आने की बात कर रहा है. हिन्दुस्तान टाइम्स ने इस रिपोर्ट को पहले पन्ने पर छापा है. अपनी रिपोर्ट में अख़बार ने लिखा है कि यह किट अगले फेज में कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने में अहम हथियार है लेकिन इसके आने में देरी हो रही है. अगले फेज की रणनीति में टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी है. रैपिड टेस्ट किट या आरटीके के ज़रिए ब्लड टेस्ट कर एंटिबॉडिज का पता लगाया जाता है. इसी से पता चलता है कि वो व्यक्ति संक्रमित है या नहीं. इ...