अमेरिका-तालिबान समझौते ने तय कर दिया था अफ़ग़ानिस्तान का भविष्य?
19 अगस्त 2021 इमेज स्रोत, GETTY IMAGES इमेज कैप्शन, तालिबान ने जब काबुल पर नियंत्रण करना शुरू किया, तब वहां के एयरपोर्ट पर अराज़कता फैल गई न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन पर 2001 में 9/11 के हमलों के बाद नेटो ने तालिबान को काबुल से बाहर कर दिया था. लेकिन इसके क़रीब दो दशक बाद, तालिबान का अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में फिर से कब्ज़ा हो गया है. लगभग पूरे देश को अपने नियंत्रण में ले लेने के साथ इसके लड़ाकों ने राष्ट्रपति भवन में खुशी-खुशी सेल्फ़ी ली. ये सबसे आश्चर्य की बात है कि यह उलटफेर अमेरिका और उसके नेटो सहयोगियों की हार की वजह से नहीं हुआ, बल्कि यह सावधानीपूर्वक बातचीत के बाद हुए समझौते का परिणाम है. लेकिन सवाल उठता है कि एक राष्ट्रपति के शासनकाल में दस्तख़त हुए और उनके उत्तराधिकारी के आदेश पर लागू की गई इस डील के साथ क्या हुआ, जिससे इतनी भयावह ग़लती होती दिख रही है? अफ़ग़ानिस्तान पर राष्ट्रपति बाइडन के बयान का फ़ैक्ट चेक तालिबान के ख़िलाफ़ जंग में अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों को कितना नुक़सान हुआ? इमेज स्रोत, PA MEDIA इमेज कैप्शन, नेटो सैनिक शुरू में तालिबान को अफ़ग़ानिस्तान के प्रम...