सेक्स दवाखाना पर लग रहा है अंकुश?
23 जनवरी 2017 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट NARENDRA KAUSHIK हकीम ताजुद्दीन हाशमी दो सेकेंड तक नब्ज़ पर हाथ रखते हैं और फिर आह लेकर फ़ैसला सुनाते हुए पूछते हैं. "आप बहुत कमज़ोर हो गए हैं. ये कैसे हुआ?" अगले ही पल वह आपको अपनी जींस खोलने को कहते हैं और टॉर्च से गुप्तांग पर लाल रोशनी डालते हैं. उसके बाद एक छोटी शीशी अपनी मेज़ की दराज़ में से निकलते हुए फ़रमाते हैं, "यह स्वर्ण भस्म है. इसे दवा में मिलाकर लेना पड़ेगा. भस्म 1950 रुपए की है और दूसरी दवा के 30 हज़ार रुपए लगेंगे. पूरा 31950 रुपए लगेगा." इसके बाद अमरोहा के यह हकीम साहब मरीज़ को एक छोटी सी पुड़िया थमाते हुए कहते हैं- "इसे अंग पर लगाइएगा, जान आ जाएगी." और 200 रुपए फ़ीस की अलग से ले लेते हैं. सेक्स से जुड़ी आठ मनगढ़ंत बातों का सच बीमारों को सेक्स के लिए सरकारी मदद की मांग सेक्स पार्टनर को रिझाने का रहस्य हकीम ताजुद्दीन हाशमी समेत कई हकीमों के दवाखाने आजकल सुर्ख़ियों म...