मुंबई कोरोना संक्रमण: कैसे एक ग़लती से 18 लोगों का परिवार वायरस की चपेट में आ गया?
जाह्नवी मुले बीबीसी मराठी संवाददाता पोस्ट को शेयर करें Facebook पोस्ट को शेयर करें WhatsApp पोस्ट को शेयर करें Messenge साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट JANHAVI MOOLE/BBC Image caption पवार परिवार "एक के बाद एक परिवार के लोग बीमार पड़ने लगे थे. कोई खांस रहा था तो किसी को छींक आ रही थी. पूरे माहौल में डर पसरा हुआ था." नेहाली पवार बताती हैं कि कैसे कोरोना वायरस संक्रमण कहर बन कर उनके परिवार पर टूटा. 18 सदस्यों का उनका संयुक्त परिवार मुंबई में वडाला के नज़दीक रहता है. हालांकि ये इलाक़ा झुग्गी झोपड़ियों और तंग गलियों से पटा पड़ा है लेकिन नेहाली के घर में नौ कमरे हैं. कोरोना के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान देश के दूसरे परिवारों की तरह उनका परिवार भी अपने घर पर ही सिमट गया. परिवार के सदस्य अलग-अलग तरह के पकवान बनाने, मिल कर गीत गाने, ताश के पत्ते खेलने और पूरी-पूरी रात जाग कर खेलने में बिताने लगे थे. null और ये भी पढ़ें मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों में कोरोना से जंग लड़ने वाले योद्धाओं की दास्तां डर और असुरक्षा के बीच कैसी है एक आशा वर्कर की ज...