मोदी-शाह के युग में पार्टी में शायद ही कोई ऐसा फैसला हुआ जिसे चौबीस घंटे से कम समय में बदलना पड़ा हो. यह राजनाथ की सिंह की जीत है या आने वाली हार की मुनादी?
राजनाथ सिंह बीजेपी की नई पहेली बन गए हैं?: नज़रिया इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट AFP राजनाथ सिंह बीजेपी की नई पहेली बन गए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कैबिनेट मामलों की आठ समितियों का गठन किया. इन आठ समितियों में अमित शाह तो शामिल थे लेकिन राजनाथ सिंह सिर्फ़ दो समितियों में शामिल किए गए थे. राजनीतिक और संसदीय मामलों जैसी अहम समितियों में राजनाथ सिंह को शामिल नहीं किया गया था. इस ख़बर के मीडिया में आते ही सरकार में राजनाथ सिंह की भूमिका पर सवाल उठाए जाने लगे. इसके कुछ घंटों बाद ही गुरुवार देर रात कैबिनेट समितियों की एक नई लिस्ट आती है. नए लिस्ट में राजनाथ सिंह को दो से बढ़ाकर छह समितियों में शामिल किया गया. यह मोदी-शाह युग में अनहोनी की तरह है. छोड़िए यूट्यूब पोस्ट BBC News Hindi चेतावनी: तीसरे पक्ष की सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं. पोस्ट यूट्यूब समाप्त BBC News Hindi भारतीय जनता पार्टी में राजनाथ सिंह की छ...