बिहार चुनाव: ओवैसी की वजह से आरजेडी को कितना नुक़सान, बीजेपी को कितना फ़ायदा?
दिलनवाज़ पाशा बीबीसी संवाददाता इमेज स्रोत, AIMIM बिहार के सीमांचल इलाक़े में 24 सीटे हैं जिनमें से आधी से ज़्यादा सीटों पर मुसलमानों की आबादी आधी से ज़्यादा है. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम इनमें से पांच सीटों पर आगे चल रही है. आमौर सीट से पार्टी के अख़्तरउल ईमान, कोचाधाम से इज़हार आसिफ़, बायसी से रुकुनुद्दीन, बहादुरगंज से अंजार नईमी और जोकीहाट से शाहनवाज़ आलम जीत रहे हैं. चुनाव नतीजे आने से पहले राजनीतिक विश्लेषक ये मान रहे थे कि सीमांचल के मुसलमान मतदाता ओवैसी की पार्टी के बजाए धर्मनिरपेक्ष छवि रखने वाली महागठबंधन की पार्टियों को तरजीह देंगे. लेकिन, अब ये साफ़ हो गया है कि सीमांचल के मतदाताओं ने बदलाव के लिए वोट किया है. विज्ञापन 'ख़बर सीमांचल' के संस्थापक हसन जावेद के मुताबिक, "सीमांचल की जनता बदलाव के लिए वोट कर रही है. सेक्युलर दलों को लगता है कि मुसलमान सिर्फ उन्हें ही वोट देंगे, भले ही वो काम करें या नहीं. लेकिन इस बार लोग नए चेहरों को चुन रहे हैं." छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें बिहार चुनाव: मायावती का बीजेपी को ‘समर्थन’ और ओवैसी की चु...