पटना: बदबूदार, ठहरे काले पानी में घुटती सांसें, डूबती ज़िंदगी- ग्राउंड रिपोर्ट
इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट NIRAJ SAHAI/BBC सितंबर महीने के अंत में तीन दिनों तक इतनी बारिश हुई कि बिहार की राजधानी पटना की दर्जनों नई- पुरानी कॉलोनियों में पांच-छह फ़ीट तक पानी भर गया. यहाँ जनजीवन आज तक अस्त- व्यस्त बना हुआ है. राहत और बचाव के सरकारी और ग़ैर-सरकारी प्रयास लगभग 10 लाख से अधिक जलजमाव पीड़ितों के लिए काफ़ी कम पड़ गए. बारिश रुकने और सप्ताह- भर की तेज धूप के बावजूद राजेंद्र नगर, कदमकुआं, पाटलिपुत्र कॉलोनी सहित अनेक इलाकों से अब तक पानी नहीं निकला है. यहाँ आज भी घुटने भर पानी में ज़िंदगी डूब रही है. इमेज कॉपीरइट NIRAJ SAHAI/BBC ऐसी हर कॉलोनी में लोग पीने के पानी, दूध और ज़रूरी दवाओं के लिए तरसते रहे. पानी के एक बोतल के लिए झगड़े तक हो रहे हैं. राहत सामग्री वाले ट्रैक्टर पर हज़ार- पांच सौ बोतल पानी रखकर जब कोई टीम पहुँचती है, उसकी सामग्री कम पड़ जाती है. लूट मच जाती है. एक- एक बोतल पाने के लिए कई हाथ एक साथ उठ जाते हैं. null आपको ये भ...