तालिबान की क़ैद से रिहाई के बाद कहा, - कुछ तालिबानी 'प्यारे लोग'
इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट EPA Image caption "अगर आप उम्मीद छोड़ देते हैं, तो आपके लिए बहुत कम बचता है." तालिबान द्वारा रिहा किए गए ऑस्ट्रेलिया के एक शिक्षाविद् ने अफ़ग़ानिस्तान में एक बंधक के रूप में अपने लंबे और अत्याचारपूर्ण अनुभव के बारे में बात की है. टिमोथी वीक्स ने कहा कि उनका मानना है कि अमरीका के विशेष बलों ने उन्हें और एक अमरीकी बंदी केविन किंग को बचाने के लिए छह बार प्रयास किया था. वीक्स के साथ किंग को भी रिहा किया गया है. वीक्स ने कहा कि वो तालिबान से घृणा नहीं करते हैं. उन्होंने बताया कि उनके कुछ गार्ड 'प्यारे लोग' थे. उन्होंने कहा, "मैंने कभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी थी... मुझे पता था कि आख़िरकार मैं रिहा हो जाऊंगा." वीक्स और किंग एक शिक्षाविद् हैं. अफ़ग़ान अधिकारियों द्वारा बंधक बनाए गए तीन बड़े चरमपंथियों को रिहा किए जाने के एवज़ में इस महीने उन्हें रिहा किया गया. शांति वार्ता शुरू करने के उद्देश्य से ये अदला-बदली की ग...