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[पाक जासूसी कांड पर मुनव्वर सलीम ने कहा - जासूसी का सबूत मिला तो परिवार सहित खुदकशी कर लूंगा - Kohram Hindi News]

पाक जासूसी कांड पर मुनव्वर सलीम ने कहा – जासूसी का सबूत मिला तो परिवार सहित खुदकशी कर लूंगा October 30, 2016 ANI शनिवार को समाजवादी पार्टी से सांसद मुनव्वर सलीम के पीए को दिल्ली पुलिस ने ज...

[अमेरिका के आईएस के साथ रिश्तों को अमरीकी सेनेटर ने लाया दुनिया के सामने - Kohram Hindi News

अमेरिका के आईएस के साथ रिश्तों को अमरीकी सेनेटर ने लाया दुनिया के े October 27, 2016 अमेरिका के आईएस के खात्में के वादे और आईएस के खिलाफ कथित जंग का पर्दा उठ गया हैं. अमरीका के राज्य वर्जी...

चीनी सामान के बहिष्कार का नुकसान भारत को ही' -

'चीनी सामान के बहिष्कार का नुकसान भारत को ही' 28 अक्तूबर 2016 साझा कीजिए टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा है कि चीन ने भारत को चेतावनी दी है कि भारत में चीनी सामान के बहिष्कार का असर भारत ...

['पाक के साथ पूरी जंग हो या फिर मसला सुलझे' - BBC हिंदी]

'पाक के साथ पूरी जंग हो या फिर मसला सुलझे' रियाज़ मसरूर बीबीसी संवाददाता, श्रीनगर से 1 घंटा पहले साझा कीजिए Image copyrightAFP भारत प्रशासित कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे कम से कम तीन सौ ग...

मुसलमानों को तलाक़ और खुला के बारे में मत सिखाइए। जो सुधार करना होगा, वे कर लेंगे। अपना घर संभालिए।

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Dilip C Mandal added 2 new photos. मुसलमानों को तलाक़ और खुला के बारे में मत सिखाइए। जो सुधार करना होगा, वे कर लेंगे। अपना घर संभालिए। शादी के वक़्त लड़की की रज़ामंदी पूछने का साहस जिस समाज में न हो, वह दूसरों को विवाह और नैतिकता के उपदेश दे, यह अच्छी बात नहीं है। पुरूषों के लिए तलाक़ और महिलाओं के लिए खुला यानी विवाह के कानूनसम्मत अंत के बारे में दुनिया ने मुसलमानों से सीखा है। विवाह जब न चल पाए तो अलग हो जाना ही बेहतर है, यह विचार दुनिया को इस्लाम की देन है। कैथलिक ईसाई और हिंदू धर्म में विवाह एक धार्मिक पवित्र बंधन है , जिसे हर हाल में निभाया जाना है। इनमें अब जाकर सुधार आया और तलाक़ का प्रावधान जोड़ा गया। वैटिकन में आज भी तलाक़ मुमकिन नहीं है। फ़िलीपींस में मुसलमानों के अलावा और किसी को तलाक़ नहीं मिल सकता। बाबा साहेब के लिखे हिंदू कोड बिल में पहली बार हिंदुओं को तलाक़ का अधिकार देने की कोशिश गई। हिंदू मैरिज एक्ट 1955 से पहले हिंदू अपनी शादी नहीं तोड़ सकते थे। पारसी मैरिज और डिवोर्स एक्ट 1936 में बना। भारतीय ईसाइयों को यह अधिकार 1869 में मिला। मुसलमानों को यह अधिकार इस...